कार्य के दबाव में बीएलओ कर्मियों की जा रही जान... कांग्रेस ने उठाई न्यायिक जांच और समय सीमा बढ़ाने की मांग
लखनऊ, अमृत विचार : एसआईआर कार्यों के दौरान बीएलओ और अन्य कर्मचारियों पर असामान्य कार्यदबाव के कारण आत्महत्या, हार्टअटैक तथा ब्रेन हैमरेज जैसी दुखद घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी को लेकर कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से न्यायिक जांच की मांग की है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि बरेली में बीएलओ सर्वेश गंगवार की हृदयाघात से मृत्यु, जौनपुर निवासी और गोंडा में तैनात बीएलओ विपिन यादव द्वारा कथित दबाव के बाद की गई आत्महत्या, लखनऊ के मलिहाबाद में बीएलओ विजय कुमार वर्मा की ब्रेन हैमरेज से मौत, फतेहपुर के लेखपाल और सुपरवाइज़र सुधीर कुमार कोरी द्वारा आत्महत्या तथा देवरिया की बीएलओ रंजू दुबे की लगातार दबावपूर्ण बैठकों के बाद बिगड़ी तबीयत से मौत ये घटनाएं गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों का कहना है कि एसआईआर प्रक्रिया के लिए मात्र एक माह का समय दिए जाने से जिला व स्थानीय प्रशासन पर अत्यधिक दबाव है, जिसका प्रतिकूल प्रभाव निचले स्तर के कर्मचारियों पर पड़ रहा है। आरोप है कि कई अधिकारियों द्वारा नौकरी से हटाने, झूठी एफआईआर और पुलिस कार्रवाई जैसी धमकियां दी जा रही हैं। अजय राय ने इन घटनाओं की न्यायिक जांच कराने, मृतकों के अंतिम कथन को मृत्युकालिक कथन मानते हुए दोषियों पर कार्रवाई करने और प्रदेश में एसआईआर की समय सीमा तीन माह बढ़ाने की मांग की है।
