'विश्व दिव्यांग दिवस' पर CM योगी का संदेश : हर व्यक्ति ईश्वरीय कृति है और मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में से एक
लखनऊ, अमृत विचार: विश्व विकलांग दिवस पर आयोजित एक राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर व्यक्ति ईश्वरीय कृति है और मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ रचनाओं में से एक है। यदि हम हर मनुष्य के भीतर ईश्वर का वास मानकर उसके प्रति सद्भाव और सहानुभूति रखें तथा थोड़ा सा संबल दें तो उपेक्षा के भाव से उसे बाहर निकालकर समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन की सामर्थ्य और उनकी प्रतिभा से समाज को लाभान्वित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने दिव्यांगजनों के प्रति समाज की दृष्टि बदली है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि शारीरिक रूप से कोई अंग कमजोर हो, लेकिन मानसिक रूप से वह अत्यंत परिपक्व हो। यदि संबल दिया जाए तो वह अपनी क्षमता, शक्ति और आत्मबल के आधार पर समाज और राष्ट्र के लिए अत्यंत उपयोगी बन सकता है। योगी के मुताबिक, आज राज्य सरकार ने पेंशन की राशि को 300 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया है। लाभार्थियों की संख्या भी 8 लाख से बढ़ाकर 11 लाख से अधिक कर दी गई है और तकनीक के उपयोग से पारदर्शी व सरल प्रक्रिया के जरिए उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। दिव्यांगजन के लिए अच्छे संस्थान स्थापित किए गए हैं और सहायक उपकरण वितरण की प्रक्रिया को भी व्यापक रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है।
आधुनिक सहायक सामग्रियों के लिए उपलब्ध कराया गया धन
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में यूडीआईडी कार्ड के 16,23,000 से अधिक कार्ड निर्गत किए गए हैं और 19,74,000 से अधिक पंजीकृत हैं। कुष्ठावस्था पेंशन को 2,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये किया गया है तथा कृत्रिम अंगों के लिए अनुदान 10,000 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये किया गया है। स्मार्टफोन, टैबलेट और डेजी प्लेयर जैसी आधुनिक सहायक सामग्रियों के लिए भी धन उपलब्ध कराया गया है।
पुरस्कार वितरण समारोह में इन्हें मिला सम्मान
- पुरस्कार वितरण के दौरान प्रतीक सैनी, विक्रम कुमार, विकास कुमार और मोहम्मद हामिद को राज्य स्तरीय सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग कर्मचारी के रूप में शॉल, चेक और प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
- रागिनी शाह को सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजन नियोक्ता के राज्य स्तरीय सम्मान से सम्मानित किया गया। केशव जालान को सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट अधिकारी और एजेंसी के राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- मुकेश कुमार शुक्ला और बॉबी रमानी को दिव्यांगजन के लिए कार्य करने वाले सर्वश्रेष्ठ व्यक्तियों के राज्य स्तरीय सम्मान से सम्मानित किया गया। भिनगा श्रावस्ती की संस्था को सर्वश्रेष्ठ संस्था के राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- आशादीप धर्मार्थ सेवा समिति, मुजफ्फरनगर को दिव्यांगजन के लिए कार्यरत सर्वश्रेष्ठ संस्था के राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- नंद प्रसाद यादव, पंकज कुमार श्रीवास्तव, विनायक बहादुर, अशोक कुमार और आस्था राय को प्रेरणास्रोत के राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- अंकित सिंघल को दिव्यांगजनों का जीवन सुधारने के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया गया। शाजिया सिद्दीकी को उत्पाद विकास के राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- समेकित विकास क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र, गोरखपुर तथा उत्तर प्रदेश मूक बधिर विद्यालय, प्रयागराज को बाधा मुक्त वातावरण के सृजन हेतु राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- जनपद प्रयागराज को दिव्यांगजनों को उत्कृष्ट सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सर्वश्रेष्ठ जनपद का सम्मान दिया गया। प्रवीण शेखर, कुमारी पूजा, शुभम प्रजापति, साधना सिंह और हिमांशु नागपाल को भी सम्मानित किया गया।
- राजकीय ब्रेल प्रेस, लखनऊ को सर्वश्रेष्ठ ब्रेल प्रेस के सम्मान से सम्मानित किया गया। अजीत सिंह तथा रिदम शर्मा को सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाड़ी के रूप में सम्मानित किया गया। वहीं, डॉ. राजेंद्र पेंसिया और डॉ. दिलीप कुमार को भी सम्मानित किया गया।
- इसके साथ ही शैक्षिक सत्र 2024-25 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालक तथा बालिका इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
