Bareilly: पुरानी जिला जेल बन सकती है डिटेंशन सेंटर, एसआईआर के बाद धरे जाएंगे घुसपैठिए
बरेली, अमृत विचार। पुरानी जिला जेल को डिटेंशन सेंटर के रूप में इस्तेमाल करने की संभावनों पर जिला प्रशासन विचार कर रहा है। एसआईआर की व्यस्तताओं के चलते फिलहाल जिले में रोहिंग्या व बांग्लादेशियों के चिह्नीकरण का काम रुका हुआ है। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने 11 दिसंबर को एसआईआर के पूरा होने के बाद इसमें तेजी आने की संभावना जताई है।
हाल ही में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बरेली में भी प्रशासन ने रोहिंग्या व बांग्लादेशियों की सूची तैयार कराने पर काम शुरू करा दिया है। मुख्यमंत्री ने मंडलायुक्त और आईजी को प्रथम चरण में डिटेंशन सेंटर बनाने के आदेश दिए हैं। मंडलायुक्त के निर्देश के बाद डीएम अविनाश सिंह ने जनपद में तैयारी शुरू करा दी है। कलेक्ट्रेट स्थित अपने कक्ष में डीएम ने बुधवार को बताया कि बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों के लिए डिटेंशन सेंटर बनाया जाएगा। अभी पुरानी जिला जेल का जीर्णोद्धार हुआ है।
दरअसल, 65.15 एकड़ की जिला जेल में 2579 बंदियों को रखने की क्षमता है। ऐसे में पुरानी जिला जेल को डिटेंशन सेंटर के रूप में इस्तेमाल करने की संभावना देखी जा रही है। एसआईआर का कार्य 11 दिसंबर तक लगभग संपन्न हो जाएगा। इसके बाद रोहिंग्या घुसपैठियों को चिह्नित करने का काम तेजी से शुरू होने की बात डीएम कह रहे हैं। चिह्नित घुसपैठियों को डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा।
