बाराबंकी : फिर विवादों में घिरी SRMU, छात्र-छात्राओं ने परीक्षा से वंचित करने का लगाया आरोप
पूरे दिन रजिस्ट्रार, एचओडी के चक्कर लगाते रहे बच्चे
बाराबंकी, अमृत विचार : श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी एक बार फिर विवादों से घिर गई है। यहां विभिन्न कोर्सा में अध्ययनरत छात्र छात्राओं ने गुरुवार को संस्था के जिम्मेदारों का घेराव कर पूरे दिन विरोध प्रदर्शन किया। आरोप यह कि अगले सेमेस्टर का शुल्क अग्रिम जमा न करने वाले बच्चों को हालिया परीक्षा से महरूम किया जा रहा है।
छात्र छात्राओं ने जिम्मेदारों से मिलकर अपनी मजबूरी बताई, हालात का हवाला भी दिया पर उनकी सुनवाई की जगह यह जवाब मिला कि मोबाइल रीचार्ज हो रहे बस फीस में ही दिक्कत आ रही। छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया कि इन हालातों में उनका भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है।
बताते चलें कि अपनी मांगों व समस्याओं को लेकर विरोध जता रहे छात्र, छात्राओं व एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के प्रकरण को लेकर चर्चा में आई श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी के अंदरुनी हालात सुधरे नहीं हैं बल्कि मनमानी चरम पर है। यहां के जिम्मेदार अभी भी तानाशाह की भूमिका में नजर आ रहे।
ताजा मामला यहां अध्ययनरत सैकड़ों छात्र छात्राओं से जुड़ा है। यहां पर बीटेक, एमएलटी, पीजीए, बी फार्मा आदि कोर्सों की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को वर्तमान सेमेस्टर की परीक्षा कल से देनी है, जिसका शुल्क पहले से जमा है। अब विश्वविद्यालय प्रबंधन ने रोड़ा यह अटका दिया है कि अगले सेमेस्टर का शुल्क एडवांस जमा न करने पर वर्तमान परीक्षा से उन्हे वंचित कर दिया जाएगा।
यही नहीं अब छात्रों को एडमिट कार्ड भी नहीं मिल पा रहा, आरोप कि पोर्टल ही बंद कर दिया गया है। यह फरमान जारी होते ही छात्र छात्राओं में गहरा रोष पनप गया। इसको लेकर कई बच्चों ने लिखा पढ़ी में रजिस्ट्रार, एचओडी आदि से शिकायत भी की। छात्र-छात्राओं का आरोप बै कि उनकी एक न सुनी गई। अब समय से फीस जमा न करने पर दस से बारह हजार रुपये दंड स्वरूप लगाने की का भी आरोप लगाया।
इसको लेकर गुरुवार को सुबह से ही दो दर्जन से अधिक की संख्या में छात्र छात्राएं व उनके अभिभावक जमा हुए और प्रबंधन का घेराव किया। पूरे दिन यहां पर सुनवाई के लिए एकत्र रहे पर शाम तक कोई निर्णय नहीं हो सका था। यहां तैनात डिप्टी रजिस्ट्रार अमोद सी कतीहा ने यह कहकर गुस्से को और बढ़ा दिया कि सबके मोबाइल रीचार्ज हो रहे, सारे काम चल रहे बस फीस की ही दिक्कत सबको है। एक अभिभावक ने कहा कि वह सुबह से ही अपने बच्चों के लिए यहां ठहरे हैं। रजिस्ट्रार, एचओडी से लेकर कोई सुनवाई करने को तैयार नही है। अग्रिम शुल्क न जमा होने पर वर्तमान परीक्षा से रोकना तानाशाही ही तो है।
वहीं श्री रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार नीरजा जिंदल से बात करने पर उन्होने कहा कि परीक्षा शुल्क का सिस्टम आटोमेटिक है, वार्षिक फीस जमा होती है न कि सेमेस्टर के अनुसार। घेराव जैसी कोई बात नही है, महज दो से तीन शिकायते आई हैं। जिन पर बात चल रही। एडमिट कार्ड दिए गए हैं।
एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष सत्यव्रत त्रिपाठी ने कहा कि सैकड़ों छात्र-छात्राओं का भविष्य दांव पर लगा है। यूनिवर्सिटी प्रबंधन अगर छात्र-छात्राओं के साथ नाइंसाफी करेगा तो उन्हें इंसाफ दिलाने के लिये संगठन एक बार फिर सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ेगा।
