रोहिंग्या-बांग्लादेशियों को ढूंढने गुडम्बा के बहादुरपुर पहुंचीं महापौर, सपा पार्षद के प्लॉट पर बसीं थीं 80 से अधिक झुग्गियां
टीम देख झुग्गियों में रह रहे कई लोग भागने लगे, महिलाएं छिपीं
महापौर ने 15 दिन में लखनऊ खाली करने का दिया अल्टीमेटम
लखनऊ, अमृत विचार : राजधानी में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या-बांग्लादेशियों की पहचान के लिए चलाए जा रहे अभियान में पुलिस के बाद गुरुवार को महापौर भी मैदान में उतर आईं। उन्होंने बहादुरपुर में अवैध रूप से बनी झुग्गी बस्ती में जाकर आधार कार्ड, एनआरसी प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज मांगे। झुग्गियों में रह रहे ज्यादातर लोग पहचान पत्र नहीं दिखा पाए। महापौर ने घुसपैठियों को 15 दिन में शहर छोड़ने का अल्टीमेटम भी दे दिया है।
गुडम्बा थाना क्षेत्र के पास शंकरपुरवा प्रथम वार्ड के बहादुरपुर में एक प्लाट पर अवैध रूप से 80 से अधिक झुग्गियां बनी हैं। ये प्लाट समाजवादी पार्टी के पार्षद का बताया गया है। महापौर सुषमा खर्कवाल गुरुवार को टीम के साथ इसी बस्ती में पहुंचीं। टीम देखकर झुग्गियों मेंं रहने वाले कई लोग भागते नजर आए। महिलाएं झोपड़ियों में छिपने लगीं। महापौर ने झुग्गियों में जाकर लोगों से जानकारी ली। उनसे आधार कार्ड, एनआरसी प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज दिखाने को कहा। ज्यादातर झुग्गियों में रह रहे लोग पहचान पत्र नहीं दिखा सके। महापौर ने बिजली विभाग के एसडीओ को मौके पर बुलाया। उनसे क्षेत्र के अवैध बिजली कनेक्शनों को तत्काल काटने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से बिजली जलाना गंभीर अपराध है। अवैध रूप से शहर में रह रहे लोग सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं।
मौके से 50 ठेलिया व दो टाटा मैजिक किये गए जब्त
झुग्गियों में महापौर को कबाड़ का कारोबार खुलेआम चलता मिला। अवैध तरीके से लोग कूड़ा बीनकर यहां छांटने का काम करते हैं। झुग्गियों में मिलीं 50 ठेलिया नगर निगम की टीम ने जब्त कर लीं। साथ ही दो टाटा मैजिक वाहन, जिनका उपयोग अवैध रूप से कूड़ा ढोने में किया जा रहा था, उन्हें भी तुरंत जब्त कर लिया। कार्रवाई के दौरान अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, जोनल सेनेटरी अधिकारी अजीत राय तथा ईटीएफ टीम के अधिकारी मौजूद रहे।
