Cough Syrup Case: अमित और आलोक को भेजी गई थी करोड़ों की कफ सिरप, STF ने 22 माह पहले सुशांत गोल्फ सिटी से की थी बरामद

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में 22 माह पूर्व पिछले वर्ष फरवरी में करोड़ों रुपये की फेंसेडिल कफ सिरप बरामद की गई थी। यह कफ सिरप शुभम जायसवाल ने बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह व उसके साथी अमित सिंह टाटा के लिए भेजी थी। जिसे पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश में तस्करी कर पहुंचाना था। एसटीएफ और एफएसडीए की टीम ने सिरप पकड़ लिया। शुरूआती दौर में जांच की गई तो अमित का नाम सामने आया। पर, शुभम और आलोक सिंह की भूमिका नहीं मिली।

जांच आगे बढ़ी तो आलोक सिंह का नाम सामने आया। इसकी पुष्टि नहीं हो रही थी कि वह आलोक बर्खास्त सिपाही है। पर, विभोर राणा व साथी की गिरफ्तारी के बाद इसकी पुष्टि हुई। पूर्व बाहुबली सांसद का करीबी होने की वजह से आलोक पर कार्रवाई नहीं हुई। इस बीच ही गाजियाबाद में कफ सिरप की सप्लाई को लेकर मामला दर्ज हुआ। जांच बढ़ी तो अमित टाटा और आलोक के बारे में पता चला। अब तक एबॉड कम्पनी की इस फेंसेडिल सिरप पर रोक लगा दी गई थी। कम्पनी ने भी दिसम्बर 2024 में उत्पादन बंद कर दिया था। इसके बाद भी सिरप की सप्लाई बड़े पैमाने पर फर्जी कम्पनियों के जरिए बांग्लादेश तक की जाती रही। जांच में कई साक्ष्य मिलने पर एसटीएफ ने अमित टाटा को गिरफ्तार किया तो उसने सबकी पोल खोल दी।

मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल ने आलोक के नाम पर धनबाद और वाराणसी में दर्ज कराई दो फर्मों के नाम पर इस सिरप की सप्लाई जारी रखी। इसके लिए फर्जी दस्तावेज और फर्जी ई-बिल लगाने के साक्ष्य भी मिल चुके है। अब एसटीएफ एक साल पहले सुशांत गोल्फ सिटी थाने में दर्ज मुकदमे से जुड़े दस्तावेज खंगाल रही है। एसटीएफ को यह भी पता चला है कि जब सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में बने गोदाम से इस सिरप की शीशियों को लेकर ट्रक ट्रांसपोर्ट नगर तक चला तो वहां पर शुभम के साथी पहुंच चुके थे। ये लोग भी ट्रक में पश्चिम बंगाल तक साथ जाने वाले थे, लेकिन उससे पहले एसटीएफ ने इसे जब्त कर लिया था।

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