बाराबंकी में झोलाछाप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज, गलत इलाज से महिला की मौत, आरोपी फरार
बाराबंकी, अमृत विचार। तीन दशक से भी अधिक समय से झोलाछाप इलाज कर कोठी कस्बा में सरेआम चिकित्सालय चला रहा डॉ ज्ञान प्रकाश मिश्रा आखिर कानून के शिकंजे में आया। आपरेशन के दौरान जान गवांने वाली महिला के पति की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसी प्रकरण को लेकर एक दिन पूर्व थाने का घेराव भी हाे चुका है। उधर नींद से जागा स्वास्थ्य विभाग भी दौड़भाग करता नजर आया है।
बताते चलें कि कोठी थाना क्षेत्र के ग्राम डफरापुर निवासी फतेह बहादुर की पत्नी मुनीसरा को शुक्रवार को अचानक पेट दर्द की शिकायत पर परिजन कोठी बाज़ार स्थित श्री दामोदर औषधालय ले गए थे। आरोप है कि डा ज्ञान प्रकाश मिश्रा ने मोटी रकम लेने के बावजूद महिला का गलत तरीके से ही नहीं बल्कि अमानवीय ऑपरेशन किया, जिससे उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि पथरी का ऑपरेशन करने के बजाय महिला के पेट के अन्य अंगों को गलत तरीके से काट दिया गया, जिसके चलते उसकी जान चली गई।
इस मामले ने तूल पकड़ा और गहरी नींद में सोया स्वास्थ्य विभाग भी जागा, कोठी कस्बा में इस अवैध क्लीनिक के सरेआम संचालन की जानकारी होते हुए भी कार्रवाई से भागते विभागीय अफसर मौके पर पहुंचे और क्लीनिक सील करवा दी। चर्चा दोनों पक्षों के बीच समझौते की थी पर ऐसा नहीं हुआ। मृतका के पति फतेह बहादुर की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी झोलाछाप डाक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। उसकी तलाश की जा रही।
इससे एक दिन पूर्व बहुजन आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवा रावत व युवा नेता अमित चौधरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कोठी थाने का घेराव किया और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग उठाई। देवा रावत ने कहा कि दलित समुदाय के साथ किसी भी प्रकार का अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान राघवेंद्र रावत, अनूप रावत, सौरव वर्मा, कुलदीप, अभिषेक वर्मा, अमर बाबू, रामू वर्मा, श्यामू वर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
