पद्मश्री किसान रामसरन के द्वार पहुंची सरकार, सीएम योगी ने बाराबंकी से शुरू की किसान पाठशाला, प्रगतिशील किसानों का किया सम्मान
बाराबंकी, अमृत विचार। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी के दौलतपुर गांव में पद्मश्री कृषक रामसरन वर्मा के खेत पर पहुंचकर रबी मौसम की किसान पाठशाला का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कृषि प्रक्षेत्र का भ्रमण किया, विभिन्न कृषि स्टालों का निरीक्षण किया तथा प्रगतिशील किसानों से बातचीत की।
कार्यक्रम में प्रगतिशील किसानों की लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई। मुख्यमंत्री ने किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और उनका उत्साह बढ़ाया। समारोह में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्यमंत्री बलदेव सिंह और सतीश शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार किसान की बात किसान के द्वार की संकल्पना पर तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि किसान पाठशाला के माध्यम से अब तक 190 लाख किसानों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
प्रदेश सरकार ने किसानों को 25,423 करोड़ रुपये का ऋण मोचन और 90,669 करोड़ रुपये का पीएम किसान सम्मान निधि सीधे उपलब्ध कराई है। मृदा सुधार, परीक्षण, कृषि यंत्र, उर्वरक, कृषि रक्षा रसायन तथा प्रसंस्करण–विपणन जैसी योजनाओं को आगे बढ़ाने में सरकार सतत प्रयासरत है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि किसान पाठशाला का आयोजन 12 से 29 दिसंबर 2025 तक किया जाएगा। उन्होंने किसानों से इसमें शामिल होकर पद्मश्री कृषक रामसरन वर्मा के नवोन्मेषी कृषि कार्यों तिलहनी फसलों के साथ मधुमक्खी पालन, केला उत्पादन, अगेती आलू, रबी मक्का, टमाटर और फूलों की खेती के बारे में सीखने की अपील की।
उन्होंने कहा कि किसान 60% अनुदान पर सोलर पंप और 40–50% अनुदान पर कृषि यंत्र सहित विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। कृषक सम्मेलन में रामसरन वर्मा ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि छोटे और सीमांत किसान प्रदेश की असली ताकत हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की नीतियों ने किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। समर्थन मूल्य, गन्ना भुगतान और कृषि अनुदान ने किसानों को मजबूती दी है। रोचक क्षण तब आया जब सूची में अपना नाम सुनकर वे हंसते हुए बोले..अरे यह तो हमारा नाम है,” जिस पर मुख्यमंत्री समेत पूरा पंडाल ठहाकों से गूंज उठा।
