आर्ट गैलरी: विंसेंट वान गॉग की पेंटिंग आइरिस
आइरिस डच कलाकार विंसेंट वान गॉग की एक ऑयल पेंटिंग है। इसे उन्होंने 1889 में बनाया था। यह एक लैंडस्केप है, जिसमें क्रॉप किया हुआ कंपोजिशन है और यह उन कई सौ पेंटिंग्स में से एक है, जो वान गॉग ने 1890 में अपनी मौत से एक साल पहले फ्रांस के सेंट-रेमी-डी-प्रोवेंस में सेंट पॉल-डी-मौसोल पागलखाने में बनाई थीं। यह 1990 से लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में द गेटी के परमानेंट कलेक्शन में है। यह पेंटिंग जीवंत रूप से खिलते हुए आइरिस के फूलों को डायनामिक ब्रशस्ट्रोक के साथ दिखाती है। फूल गहरे नीले और बैंगनी रंगों का मिश्रण हैं, जो हरे पत्तों, लाल-नारंगी मिट्टी और बैक ग्राउंड में पीले फूलों के साथ कंट्रास्ट बनाते हैं। वैन गॉग की खास इंपेस्टो तकनीक पेंटिंग में टेक्सचर और मूवमेंट जोड़ती है, जिससे एक जोशीला और एक्सप्रेसिव एहसास होता है।
वान गॉग के बारे में
विंसेंट वान गॉग का जन्म 30 मार्च 1853 को नीदरलैंड के एक छोटे से गांव में हुआ था। अपने शुरुआती जीवन में, उन्होंने एक कला डीलर, शिक्षक और उपदेशक के रूप में काम किया, लेकिन उन्हें कहीं भी सफलता नहीं मिली। 27 साल की उम्र में, उन्होंने कला को अपना करियर बनाने का फैसला किया और अपने भाई थियो के वित्तीय सहयोग से पूरी तरह पेंटिंग के लिए समर्पित हो गए। अपने दस साल के कलात्मक करियर में, वान गॉग ने 2,000 से अधिक कलाकृतियां बनाईं, जिनमें लगभग 860 ऑयल पेंटिंग शामिल हैं। उनकी शैली बोल्ड रंगों, नाटकीय और अभिव्यंजक ब्रश स्ट्रोक और कंटूर्ड रूपों के लिए जानी जाती है, जिसने आधुनिक कला पर एक बड़ा प्रभाव डाला।
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उनकी कुछ सबसे प्रसिद्ध कृतियों में आइरिस, द स्टारी नाइट (The Starry Night), सनफ्लॉवर्स (Sunflowers), द पोटैटो ईटर्स (The Potato Eaters) और द बेडरूम (The Bedroom) शामिल हैं। उन्होंने अपनी जिंदगी में सिर्फ दो पेंटिंग बेचीं और वे भी बहुत कम कीमत पर। इसके अलावा उन्होंने अपनी कई पेंटिंग मुफ्त में दे दीं। उनकी जिंदगी में उनके काम की इतनी कम सराहना हुई कि एक पेंटिंग को तो मुर्गी के दड़बे के दरवाजे के तौर पर इस्तेमाल किया गया। उनके निधन के बाद दुनिया ने उनके काम को पहचाना। नवंबर 1987 में न्यूयॉर्क में एक नीलामी में, उनकी पेंटिंग ‘आइरिस’ (मई 1889) रिकॉर्ड 49 मिलियन डॉलर की कीमत पर बिकी।
