प्रशिक्षण से सीधे रोजगार तक का मॉडल विकसित कर रही सरकार, विधान परिषद में बोले कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री
लखनऊ, अमृत विचार: व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने विधान परिषद में कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद युवाओं के लिए रोजगार की अपार संभावनाएं उपलब्ध हैं और अच्छे अवसर मिलने पर युवा स्वाभाविक रूप से बेहतर विकल्प चुनते हैं, इसमें किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं है।
उन्होंने कहा कि विभाग युवाओं को किसी एक कंपनी में बंधन में रखने का कार्य नहीं करता, बल्कि उद्योगों के साथ समन्वय कर उन्हें अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास करता है। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि कंपनियां अपने स्तर पर रोजगार की अवधि तय करती हैं, लेकिन सरकार का दायित्व युवाओं को प्रतिबंधित करना नहीं, बल्कि उन्हें योग्य बनाकर बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करना है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा उद्योग संघों, औद्योगिक संगठनों और बड़े औद्योगिक समूहों जैसे आईआईए, फिक्की, सीआईआई सहित विभिन्न संस्थाओं के साथ लगातार बैठकें की जाती हैं। नोएडा, कानपुर और लखनऊ सहित प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में नियमित संवाद के माध्यम से युवाओं को उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित किया जा रहा है।
