राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित हुए वैभव सूर्यवंशी,इसी वजह से नहीं खेला विजय हजारे का मैच

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Published By Muskan Dixit
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नई दिल्लीः बिहार के युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से न केवल घरेलू क्रिकेट में धूम मचाई है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ा सम्मान हासिल किया है। मात्र 14 साल की उम्र में उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार जीत लिया, जो बच्चों के लिए देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह पुरस्कार उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों 26 दिसंबर 2025 को दिल्ली में प्रदान किया गया।

वैभव की यह उपलब्धि खेल श्रेणी में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए है। हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मैच में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ महज 84 गेंदों पर 190 रन की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 36 गेंदों में सेंचुरी शामिल थी – लिस्ट A क्रिकेट में सबसे तेज भारतीय सेंचुरी। इस धमाकेदार नॉक से बिहार ने रिकॉर्ड 574 रन बनाए।

लेकिन इसी शानदार फॉर्म के बावजूद वैभव शुक्रवार को मणिपुर के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी का दूसरा मैच नहीं खेल पाए। वजह थी दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह, जहां उन्हें यह सम्मान मिलना था। समारोह में शामिल होने के लिए वे पहले ही दिल्ली पहुंच गए थे। बाद में वे U19 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए भारतीय अंडर-19 टीम से जुड़ेंगे, इसलिए टूर्नामेंट के बाकी मैच भी मिस कर सकते हैं।

यह पुरस्कार वैभव के लिए नई शुरुआत है। राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें IPL में भी खरीदा है। उनकी यह सफलता युवा क्रिकेटरों के लिए बड़ी प्रेरणा है – उम्र सिर्फ एक नंबर है, टैलेंट सब कुछ बदल सकता है!

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