पीलीभीत: भाई की हत्या कर घर में ही दफनाया शव, 14 दिन बाद खुला राज...मची खलबली
पीलीभीत/बिलसंडा, अमृत विचार। जमीन के विवाद को लेकर चली आ रही रंजिश में एक ग्रामीण ने अपने सगे छोटे भाई की न सिर्फ हत्या की, बल्कि अपने ही मकान की पशुशाला में शव को दफना दिया। कई दिन तक चली तलाश के बाद भी जब युवक का कुछ पता नहीं चला तो बड़े भाई ने सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो घटना खुलकर सामने आ गई। पुलिस ने पशुशाला से दफनाए गए शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
घटना करेली थाना क्षेत्र के ग्राम लिलहर की है। यहां के रहने वाले हंसराज (35) पुत्र करन सिंह अविवाहित थे। वह अपने बड़े भाई पृथ्वीराज सिंह के साथ बीसलपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम भौरुआ में रहते थे। मझला भाई नक्षत्रपाल करेली गांव में अपने परिवार के साथ रहता था। बताते हैं कि माता-पिता की मौत चुकी है। मां मायादेवी अपनी ननिहाल में रहती थीं। उनके नाम पर सात बीघा जमीन थीं। माया देवी के निधन के बाद आरोप है कि नक्षत्रपाल ने पूरी जमीन अपने नाम पर करा ली थी। जिसको लेकर भाईयों के बीच विवाद चल रहा था। इसी क्रम में 12 दिसंबर को हंसराज घर से रिश्तेदारी में जाने की बात कहकर निकला और फिर लापता हो गया। वापस न आने पर बड़े भाई पृथ्वीराज सिंह ने हंसराज की तलाश शुरू कर दी, लेकिन कुछ पता नहीं चल पा रहा था।
गुरुवार को पृथ्वीराज सिंह ने करेली थाने पहुंचकर पुलिस से शिकायत की। जिसमें रहस्यमय ढंग से लापता हुए भाई हंसराज की हत्या करने का संदेह जताते हुए दूसरे भाई नक्षत्रपाल पर आरोप लगाए। मामला जमीन विवाद में हत्या से जुड़ा होने पर पुलिस ने गहनता से जांच पड़ताल शुरू कर दी। आरोपी नक्षत्रपाल से सख्ती से पूछताछ की गई और फिर पहले तो वह गुमराह करता रहा लेकिन बाद में हत्या करने की बात स्वीकारी। सुरागरसी के दौरान मिले साक्ष्यों के बाद कार्रवाई करते हुए शुक्रवार दोपहर बाद करेली पुलिस की टीम आरोपी नक्षत्रपाल के घर पहुंची। फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुला लिया गया। इसके बाद पुलिस ने घर की पशुशाला में खुदाई कराई और फिर हंसराज का दफनाया गया शव बरामद हो गया। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस अब मृतक के बड़े भाई पृथ्वीराज सिंह की ओर से दी गई तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।
आरोपी की पत्नी बोली: झगड़े का पता, मगर हत्या की जानकारी नहीं
आरोपी नक्षत्रपाल के सात बच्चे हैं। इसमें एक बेटी की शादी हो चुकी है। घर पर नक्षत्रपाल, उसकी पत्नी राधा और बच्चे रहते हैं। हत्या के बाद दफनाया गया शव बरामद हो चुका था। पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई थी। इधर, आरोपी की पत्नी राधा देवी का कहना था कि उन्हें हत्याकांड की कोई जानकारी नहीं थी। हालांकि ये कहा कि वह तो अपनी किराना दुकान पर थी। इतना पता चला था कि दोनों भाइयों में मंडी में झगड़ा हो गया था। इसके बाद हंसराज घर पर आए थे और झगड़ा हुआ।
आठ फिट गहरे गड्ढे में दफनाया, लाठी से पीटकर ली जान
अभी तक की जांच में सामने आया है कि हंसराज की हत्या लाठी डंडे से पीटकर करके की गई थी। इसके बाद उसके शव को करीब आठ फिट गहरा खोदकर दफनाया गया। इसके बाद वह सामान्य जीवन व्यतीत करने लगा। किसी को भनक तक नहीं लगने दी कि वह एक हत्या जैसी वारदात को अंजाम दे चुका है। मगर जब हंसराज का कुछ पता नहीं चला, फिर बड़े भाई ने पड़ताल तेज की और पुलिस तक पहुंचे। फिर हत्याकांड का सच उजागर हो गया।
सीओ ने मौके पर पहुंचकर जुटाई जानकारी
सगे भाई की हत्या कर पशुशाला में शव दफनाने की घटना के बाद गांव में खलबली मची रही। काफी संख्या में ग्रामीण जमा थे। एक तरफ पुलिस फारेंसिक टीम की मदद से सुरागरसी कर रही थी। वहीं, ग्रामीण सब देख हैरान थे। सीओ बीसलपुर प्रगति चौहान भी गांव पहुंची और जानकारी की। आसपास के ग्रामीणों और आरोपी के परिवार के सदस्यों से भी सवाल जवाब किए गए।
