Bareilly: सिम विक्रेता बने साइबर ठगों के साइलेंट पार्टनर, 16 एफआईआर

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Published By Monis Khan
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बरेली, अमृत विचार। जिले के तमाम सिम विक्रेता लोगों को झांसा देकर उनकी गाढ़ी कमाई उड़ाने वाले साइबर ठगों के साइलेंट पार्टनर बन चुके हैं। पिछले कुछ ही दिनों में जिले के अलग-अलग थानों में 16 से ज्यादा सिम विक्रेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। सीबीगंज और सुभाषनगर थाने में गुरुवार को भी दो सिम विक्रेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। दोनों सिम विक्रेताओं की तलाश की जा रही है।

भोजीपुरा के दोहना पीतमराय निवासी राशिद खां के नाम पर चोरी-छिपे सिम जारी कर दी गई। आरोप है कि सीबीगंज के अटा कायस्थान स्थित फिरोज कम्युनिकेशन के संचालक अनीस खान ने यह फर्जीवाड़ा किया। राशिद ने बताया कि उसने कभी यह सिम खरीदा ही नहीं था, लेकिन उसी सिम से 41,500 रुपये की साइबर ठगी कर दी गई। यह वारदात 20 जनवरी 2024 को हुई और शिकायत अयोध्या के थाना बड़ा बाजार में दर्ज है। अब पीड़ित ने सीबीगंज थाने में सिम विक्रेता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। 

इसी तरह सुभाषनगर थाना क्षेत्र के बिरिया नारायनपुर में गंगवार क्लीनिक के सामने रहने वाला शाहिद हुसैन अपने पीओएस कोड से नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाता रहा। इसी सिम से साइबर अपराधियों ने दो अलग-अलग वारदातों में 12 हजार और 27 हजार रुपये, यानि कुल 39 हजार रुपये उड़ा लिए। ठगी की शिकायतें पहले से ही एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज थीं। इसके बावजूद सिम विक्रेता निडर होकर धंधा करता रहा। आखिरकार जांच के बाद दरोगा होराम सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।

डीआईजी ने शुरू कराया अभियान, कसा शिकंजा
नियम-कानून ताक पर रखकर फर्जी, प्री-एक्टिवेटेड सिम धड़ल्ले से जारी किए जा रहे हैं और इन्हीं सिमों के जरिये लाखों रुपये की साइबर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि असली साइबर अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि जिनके नाम पर सिम जारी हुई, वही लोग थानों और कोर्ट के चक्कर काटने को मजबूर हैं। इसी को देखते हुए बरेली रेंज के डीआईजी अजय साहनी ने दिसंबर की शुरुआत में ही चारों जिलों के पुलिस कप्तानों को साफ निर्देश दिए थे कि प्री-एक्टिवेटेड सिम प्रोवाइडर और फर्जी सिम जारी करने वालों को चिह्नित कर गिरफ्तार किया जाए। डीआईजी ने दो टूक कहा था कि डिजिटल अपराधों में भी पुलिस अब पूरी ताकत से उतरेगी। साइबर ठगी सिर्फ कॉल और लिंक का खेल नहीं, बल्कि इसमें सिम विक्रेताओं की मिलीभगत भी बड़ी कड़ी बन चुकी है। एसएसपी अनुराग आर्य ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि फर्जी और अवैध तरीके से सिम जारी करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

 

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