अमृत विचार टीम की पड़तालः जिम्मेदारों को अभी नहीं लगी है ठंड... सार्वजनिक स्थलों और चौराहों पर नगर निगम के अलाव नहीं
गोपाल सिंह, लखनऊ, अमृत विचार : पहाड़ों पर बर्फबारी से शहर में पारा 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे लुढ़कने के बावजूद बंद कमरों में बैठे नगर निगम अधिकारियों को शायद अभी तक ठंड का एहसास नहीं हुआ है। तभी तो सार्वजनिक स्थलों और प्रमुख चौराहों के बजाए नगर निगम के अलाव कागजों पर जल रहे हैं। चौक चौराहों पर लोग इधर-उधर से लकड़ी, पाॅलीथिन और रद्दी इकट्ठा कर जुगाड़ के अलाव से ठंड से राहत की कोशिश कर रहे हैं। अमृत विचार की टीम ने शनिवार देर शाम जॉपलिंग रोड से राणा प्रताप मार्ग होते हुए परिवर्तन चौक, कैसरबाग बस अड्डा, कैसरबाग चौराहा, नावेल्टी चौराहा, हजरतगंज आदि क्षेत्रों में शेल्टर होम और अलाव की व्यवस्था की सत्यता परखी। शेल्टर होम को छोड़कर कहीं भी अलाव जलते नहीं मिले।
नगर निगम मुख्यालय के पास नावेल्टी चौराहे पर रिक्शा चालकों ने बताया कि लकड़ी मांग कर अलाव जलाया है। स्थायी तौर पर अभी नगर निगम ने अलाव के लिए लकड़ी नहीं डलवाई है। नावेल्टी चौराहा जहां सैकड़ों की संख्या में रिक्शा चालक और मजदूरों की देर रात तक उपस्थिति रहती है वहां भी नगर निगम का अलाव नहीं जलता है।
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नगर निगम के शेल्टर होम खाली, खुले में सो रहे लोग
ठंड से बचाव के लिए प्रमुख चौराहों पर बनाये गए नगर निगम के शेल्टर होम खाली हैं। इनमें गिने-चुने लोग ही आराम करते दिखे। परिवर्तन चौक पर बनाये गए अस्थायी शेल्टर होम में 25 लोगों के रुकने का इंतजाम है लेकिन मौके पर केवल 5 लोग ही सोते हुए मिले। जबकि चंद कदमों की दूरी पर लोग एक होटल के बाहर फुटपाथ पर सो रहे थे। इसी तरह कैसरबाग बस अड्डे के अंदर बनाया गया नगर निगम का शेल्टर होम भी खाली था। 40 से 50 लोगों के रुकने का इंतजाम है लेकिन मौके पर चार लोग ही आराम करते मिले।
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