नैनीताल: उद्यान विभाग की 175 नाली भूमि पर भू माफियाओं की नजर

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नैनीताल, अमृत विचार। रामगढ़ के उमागढ़ चाय बागान ( उद्यान विभाग) की जमीन पर राजस्थान के लोगों के द्वारा कब्जा करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है और आज स्थानीय लोगों के द्वारा मंडी परिषद अध्यक्ष मनोज साह के नेतृत्व में नैनीताल जिला अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल को ज्ञापन सौंपा और मामले की जांच …

नैनीताल, अमृत विचार। रामगढ़ के उमागढ़ चाय बागान ( उद्यान विभाग) की जमीन पर राजस्थान के लोगों के द्वारा कब्जा करने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है और आज स्थानीय लोगों के द्वारा मंडी परिषद अध्यक्ष मनोज साह के नेतृत्व में नैनीताल जिला अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल को ज्ञापन सौंपा और मामले की जांच कर कार्यवाही की मांग की गई।
ज्ञापन देने पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि उमागढ़ चाय बागान की पट्टे की (नॉन जेडए श्रेणी) की भूमि है जो 1975 में राज्य सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण कानून के तहत अपने अधीन ले ली थी और 1976 में सरकार द्वारा करीब 175 नाली से अधिक भूमि उद्यान विभाग को दे दी तब से उक्त भूमि उद्यान विभाग के पास है लेकिन कुछ समय पूर्व राजस्थान के लोगों के द्वारा उस भूमि पर अपना कब्जा बताया जा रहा है।
ज्ञापन देने पहुंचे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने मामले की जांच करने की मांग की इस दौरान रामगढ़ ब्लॉक के ज्येष्ठ उप प्रमुख प्रदीप ढेला का कहना है कि 2019 के तत्कालीन जिलाधिकारी सविन बंसल के द्वारा मामले की जांच करवाई थी और पाया था कि उक्त भूमि केवल कृषि कार्य हेतु प्रयोग में लाई जा सकती है और किसी अन्य को हस्तांतरित नहीं की जा सकती।
ज्ञापन देने पहुंचे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद भी बाहरी क्षेत्र से आए लोग उद्यान विभाग की भूमि पर कब्जा करने की नियत से उसमें तार बाड़ करने जा रहे हैं जिस पर रोक लगाई जाए।
ज्ञापन देने वालों में पृथ्वीराज सिंह, देवेंद्र सिंह मेहरा, ओम डालाकोटी,पवन मिश्रा,महिंद्र, कमलेश सिंह, जगदीश पांडे, देवेंद्र सिंह बिष्ट, राजेंद्र सिंह, भुवन चंद्र शाह,सुरेश सिंह ढेला, गिरीश चंद, संजय डालाकोटी, डूंगर सिंह,दीपांशु, धीरज समेत अन्य लोग मौजूद रहे
आखिर क्या है पूरा मामला
रामगढ़ की जिस भूमि को लेकर इन दिनों विवाद उपजा है वह भूमि पूर्व में राजस्थान के महाराजा अजयगढ़ की थी और महाराजा अजय गढ़ के द्वारा अपनी भूमि महारानी विजया राजे सिंधिया को बेच दे दी लेकिन राज्य सरकार की भूमि अधिग्रहण एक्ट के तहत रामगढ़ सड़क से ऊप्पर की करीब 2 हजार नाली भूमि को अपने अधीन ले लिया जिसके बाद राज्य सरकार के द्वारा उक्त भूमि को उद्यान विभाग को हस्तांतरित कर दिया जिस भूमि को अब राजस्थान निवासी पूण्य प्रताप सिंह के द्वारा अपना बताया जा रहा है।
जबकि सड़क से नीचे की तरफ की भूमि आज भी सिंधिया परिवार के नाम पर दर्ज है।
जिस भूमि पर राजस्थान के लोगों के द्वारा कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है उक्त भूमि उद्यान विभाग की है लिहाजा उक्त भूमि पर किसी को कब्जा नहीं करने दिया जाएगा पूर्व में भी जिलाधिकारी के द्वारा जांच करवाई थी और भूमि उद्यान विभाग की निकली थी जिस पर अब कुछ लोग अपना अधिकार बता रहे है:- मनोज साह मंडी समिति अध्यक्ष।
राजस्थान के कुछ लोगों के द्वारा उद्यान विभाग की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है जिसको लेकर आज उनके द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है और मामले में जांच की मांग की गई है अगर कोई वास्तविक रूप से उक्त भूमि का मालिक होता तो वह कानून के अनुसार अपनी बात रखता ना कि जबरन गांव में घुसकर सरकारी भूमि पर कब्जा करता
– प्रदीप ढेला ,जेष्ठ प्रमुख, रामगढ़
मामले की जांच की जाएगी और जो लोग भूमि को लेकर अपना अपना दावा पेश कर रहे हैं उनके प्रपत्रो के आधार पर कार्यवाही होगी:- धीराज गर्ब्याल, डीएम नैनीताल।

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