टनकपुर: घाट बहा ले गई उफनाई शारदा, अब डरा रही

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

टनकपुर, अमृत विचार। शारदा नदी के तेज बहाव से घाट क्षेत्र में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। शारदा नदी से घाट क्षेत्र में हो रहे कटाव से इस क्षेत्र में रह रहे लोग भयभीत हैं। हालांकि पिछले दिनों इस क्षेत्र में रह रहे लोगों द्वारा क्षतिग्रस्त हुए घाट को शीघ्र बनाए जाने की …

टनकपुर, अमृत विचार। शारदा नदी के तेज बहाव से घाट क्षेत्र में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। शारदा नदी से घाट क्षेत्र में हो रहे कटाव से इस क्षेत्र में रह रहे लोग भयभीत हैं। हालांकि पिछले दिनों इस क्षेत्र में रह रहे लोगों द्वारा क्षतिग्रस्त हुए घाट को शीघ्र बनाए जाने की मांग को लेकर घाट क्षेत्र में ही धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी की गई थी।

पिछले माह पहाड़ व क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के कारण शारदा नदी के उफान से घाट का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। अभी भी शारदा नदी के तेज बहाव से घाट का हिस्सा धीरे-धीरे कट रहा है, जिससे इस क्षेत्र के आस-पास रह रहे लोग डरे और सहमे हुए हैं।

बता दें कि सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि धाम मेले के दौरान घाट क्षेत्र में भारी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते हैं। इसके अलावा अन्य पर्वों पर भी स्नान के लिए श्रद्धालुओं की यहां काफी भीड़ रहती है।

शारदा घाट में तैनात तैराक पुलिस टीम के जवान भी समय-समय पर घाट क्षेत्र में आ रहे लोगों से क्षतिग्रस्त हुए क्षेत्र में न जाने का आग्रह कर रहे हैं। शारदा घाट के पास रह रहे लोगों का कहना है कि कार्यदायी संस्था द्वारा घाट निर्माण कार्य में गुणवत्ता का कोई ध्यान नहीं दिया गया है जिससे यह स्थिति सामने आ रही है।

उन्होंने कहा कि यदि क्षतिग्रस्त हुए घाट क्षेत्र को शीघ्र पक्का नहीं किया गया तो वह सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे। इधर, पालिकाध्यक्ष विपिन कुमार वर्मा ने कहा कि शारदा नदी का जल स्तर कम होने पर क्षतिग्रस्त हुए घाट को दुरुस्त कर दिया जाएगा।

संबंधित समाचार

टॉप न्यूज

प्राप्त की गई डिग्री केवल शैक्षणिक उपलब्धि नहीं, बल्कि समाज के प्रति नैतिक दायित्व का प्रतीक है : केजीएमयू के 21वां दीक्षांत समारोह में बोलीं आनन्दी बेन पटेल
लखनऊ विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक उपलब्धि: तंजानिया के शोधार्थी को भारत-तंजानिया माध्यमिक शिक्षा पर रिसर्च के लिए मिली पहली अंतरराष्ट्रीय PhD
Bhatkhande Sanskriti Vishwavidyalaya: संजू का तबला, हरिहरन की गायकी और शोवना नारायण का कथक रहा आकर्षण
भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय का शताब्दी समारोह धूमधाम से समाप्त: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा – “विश्व का पथ-प्रदर्शक है यह संस्थान”
पर्यावरणविदों ने कहा पशु हमारे प्रथम आदर्श और शिक्षक रहे हैं... नेशनल पीजी में हुआ जलवायु परिवर्तन पर मंथन