लखनऊ: कलयुगी मां ने मासूम बच्ची को कूड़े के ढेर में फेंका, जानें पूरा मामला…

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लखनऊ। प्रदेश सरकार और सामाजिक संगठन के लोग बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा देकर जागरुकता फैलाने के लिए शहरों व गांव-गांव में जाकर लोगों को बेटी-बेटों में फर्क समाप्त करने के लिए कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसके बावजूद कुछ कलयुगी परिजनों की संकीर्ण मानसिकता खत्म नहीं हो रही है। ऐसे ही मानसिकता के शिकार परिजनों …

लखनऊ। प्रदेश सरकार और सामाजिक संगठन के लोग बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा देकर जागरुकता फैलाने के लिए शहरों व गांव-गांव में जाकर लोगों को बेटी-बेटों में फर्क समाप्त करने के लिए कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसके बावजूद कुछ कलयुगी परिजनों की संकीर्ण मानसिकता खत्म नहीं हो रही है।

ऐसे ही मानसिकता के शिकार परिजनों ने अपनी 1 दिन की मासूम बच्ची को मलिहाबाद के सैय्यद वाडा के निकट चील घर के पास कूड़े के ढेर में फेककर फरार हो गए थे। जिसके बाद वहां से गुजर रहे नगर पंचायत में कार्यरत सफाई कर्मी बख्तियार नगर निवासी सनी और अरुण ने देखा कि एक कुत्ता बेसुध हालत में पड़ी मासूम बच्ची की नाभि को नोच रहा था। तभी उससे रहा नहीं गया और कुत्ते को भगाकर बच्ची अपने घर ले जाकर बच्ची की साफ-सफाई कर मासूम को अपने भाई के बच्चों के कपड़े पहनाएं और सनी की भाभी ने मासूम को सीने से लगाकर दूध पिलाकर जीवन दान दिया।

अगले दिन सनी के भाई रवि ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस ने मासूम को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मलिहाबाद ले गई। जहां डॉक्टरों ने बच्ची को पूरी तरह स्वस्थ बताया। जिसके बाद शनिवार को मलिहाबाद पहुंची चाइल्ड लाइन की टीम को बच्ची को सौंप दिया गया। वहीं कूड़े के ढेर में मिली मासूम बच्ची को दो दिन अपने पास रख सनी और उसके परिवार के लोग खुश हो गए। इसलिए सनी के बड़े भाई ने बच्ची को गोद लेने के लिए पुलिस व चाइल्ड लाइन से गुहार लगाई है। लेकिन चाइल्ड लाइन के अधिकारियों के अनुसार मासूम के परिजनों के न मिलने की स्थिति में चाइल्ड लाइन के नियमों का पालन करने वाले परिवारजनों को बच्ची को सौंपा जा सकता है।

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