‘रिमेन इन मेक्सिको’ नीति के तहत पहले दो शरणार्थियों को भेजा गया मेक्सिको

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मेक्सिको सिटी। अमेरिकी प्राधिकारियों ने बुधवार को पहले दो प्रवासियों को ‘रिमेन इन मेक्सिको’ नीति के तहत मेक्सिको भेज दिया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय की इस नीति के तहत अमेरिका में शरण मांगने वाले लोगों को अमेरिकी आव्रजन अदालत में सुनवाई तक मेक्सिको में ही प्रतीक्षा करनी होती है। आव्रजन के …

मेक्सिको सिटी। अमेरिकी प्राधिकारियों ने बुधवार को पहले दो प्रवासियों को ‘रिमेन इन मेक्सिको’ नीति के तहत मेक्सिको भेज दिया। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय की इस नीति के तहत अमेरिका में शरण मांगने वाले लोगों को अमेरिकी आव्रजन अदालत में सुनवाई तक मेक्सिको में ही प्रतीक्षा करनी होती है।

आव्रजन के लिए संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय संगठन (यूएन इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन) ने कहा कि दो शरणार्थियों को टेक्सास के अल पासो से सीमा पार सियुदाद जुआरेज भेजा गया । संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने इन दोनों व्यक्तियों की राष्ट्रीयता के बारे में जानकारी नहीं दी।

मेक्सिको के अधिकारियों ने इन दोनों का स्वागत किया, इन्हें दस्तावेज मुहैया कराए, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने इनकी कोविड-19 जांच की और फिर एक आश्रय में ले गए। मेक्सिको का कहना है कि अमेरिकी सरकार इस नीति के तहत लौटे सभी शरणार्थियों को टीके की खुराक देने के लिए सहमत हुई है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन नीत प्रशासन ने एक अदालत के आदेश का पालन करते हुए सोमवार इस नीति को फिर से बहाल कर दिया और मेक्सिको ने जिन बदलावों की मांग की थी, उन्हें शामिल करने पर सहमति जताई। बाइडन ने पहले इस नीति को रद्द कर दिया था लेकिन टेक्सास और मिसौरी के एक मुकदमे ने उन्हें मेक्सिको की स्वीकृति के तहत, इसे वापस लागू करने को मजबूर कर दिया।

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