अयोध्या की राजकुमारी सूरी रत्ना और कोरियाई ''Queen HO'' की कांस्य प्रतिमा का अनावरण, तीन दिवसीय मेले का भी आयोजन 

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Published By Anjali Singh
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अयोध्या, अमृत विचार। रामनगरी के सरयू तट स्थित रानी हो मेमोरियल पार्क में राजकुमारी सूरी रत्ना ''रानी हो'' की कांस्य प्रतिमा का गुरुवार को महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने अनावरण किया। पुष्प अर्पित किये। इस मौके पर दक्षिण कोरिया का डेलिगेशन शामिल नहीं हो सका। वहीं पार्क में ही तीन दिवसीय मेले के आयोजन की भी शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुई। जिसने उपस्थित जनसमूह को भावनात्मक रूप से जोड़ दिया।

महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि आज का दिन भारत और कोरिया गणराज्य के अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक नया और विशेष आयाम जोड़ने वाला है। अयोध्या की वह राजकुमारी, जो लगभग 2000 वर्ष पूर्व समुद्री मार्ग से कोरिया गई थीं, वहां के कांस्य वंश की जननी मानी जाती हैं। आज भी दक्षिण कोरिया में उनका गहरा सम्मान और व्यापक प्रभाव देखने को मिलता है। 

महापौर ने कहा कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने भारत कोरिया के इन ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों को समय रहते पहचानते हुए सरयू तट पर क्वीन हो मेमोरियल पार्क का निर्माण कराया। उसी क्रम में महारानी हो की प्रतिमा की स्थापना हम सभी के लिए गर्व, श्रद्धा और शुभ अवसर का प्रतीक है। हम अपने उस पूर्वज को श्रद्धा के साथ स्मरण कर रहे हैं, जिन्होंने अयोध्या से कोरिया जाकर दोनों प्राचीन सभ्यताओं के बीच सेतु का कार्य किया।

पार्क की चीफ को-ऑर्डिनेटर वंदना शर्मा ने बताया कि स्थापित की गई प्रतिमा यह लगभग 12 फुट ऊंची। रॉक स्टोन मटेरियल से निर्मित यह प्रतिमा अत्यंत आकर्षक ढंग से डिजाइन की गई है। इसका निर्माण कोरिया के कुशल कारीगरों द्वारा किया गया है। इसे अयोध्या तक पहुंचाने में लगभग 20 दिन का समय लगा है।

कार्यक्रम के आयोजक राहुल शर्मा ने बताया कि दक्षिण कोरिया का भी एक डेलिगेशन इस कार्यक्रम में शामिल ने के लिए पहुंचने की संभावना थी, लेकिन दिल्ली से अयोध्या की फ्लाइट रद्द होने के कारण नहीं आ सके। जल्द ही डेलिगेशन अयोध्या आकर दक्षिण कोरिया की महारानी हो के प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगा।

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