Goa Liberation Day: 450 सालों के बाद गोवा को मिली थी आजादी, जानें इतिहास
Goa Liberation Day: आज यानि 19 दिसंबर को ‘गोवा मुक्ति दिवस’ मनाया जा रहा है। ये दिवस भारतीय सेना की ओर से पुर्तगालियों के अधिकार से गोवा को मुक्त कराने के मौके पर हर साल मनाया जाता है। 1510 में पुर्तगाल ने गोवा पर कब्जा किया और इसके बाद करीब 450 सालों तक यहां उन्होंने …
Goa Liberation Day: आज यानि 19 दिसंबर को ‘गोवा मुक्ति दिवस’ मनाया जा रहा है। ये दिवस भारतीय सेना की ओर से पुर्तगालियों के अधिकार से गोवा को मुक्त कराने के मौके पर हर साल मनाया जाता है। 1510 में पुर्तगाल ने गोवा पर कब्जा किया और इसके बाद करीब 450 सालों तक यहां उन्होंने अपना राज किया। वहीं, आजादी के करीब 14 साल बाद 19 दिसंबर 1961 को गोवा को पुर्तगाल से आजादी मिली।
जानिए विस्तार से लिबरेशन डे का इतिहास…
1510 में पुर्तगालियों ने भारत के कई हिस्सों पर कब्जा किया। वहीं, 19वीं शताब्दी के आखिर तक भारत में पुर्तगाली उपनिवेश गोवा, दमन, दीव, दादरा, नगर हवेली और अंजेदिवा द्वीप तक सीमित रह गया। 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हो गया। इसके बाद भी गोवा पुर्तगाली शासन के सहारे था। इसके बाद पुर्तगालियों ने गोवा और अन्य भारतीय क्षेत्रों पर अपना अधिकार छोड़ने से इनकार कर दिया।
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इसके अलावा पुर्तगालियों के साथ कई दौर की बातचीत भी हुई। कई प्रयासों के बाद भी पुर्तगाली को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुए। उस वक्त भारत के पीएम जवाहरलाल नेहरू ने फैसला किया कि पुर्तगालियों को हटाने का सैन्य हस्तक्षेप ही एकमात्र विकल्प था। इसके बाद इन्हें हटाने के लिए 18 दिसंबर 1961 को 36 घंटे का सैन्य अभियान चलाया गया। इस अभियान को ‘ऑपरेशन विजय’ का नाम दिया गया। इसमें भारतीय नौसेना, वायु सेना और थल सेना शामिल थे।
19 दिसंबर को गोवा को मिली आजादी…
बता दें कि 19 दिसंबर को गोवा को फिर से भारत में शामिल कर लिया गया। अपदस्थ गवर्नर जनरल मैनुअल एंटोनियो वासलो ई सिल्वा ने आत्मसमर्पण के प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर भी किए। इसके साथ ही पुर्तगाली शासन को खत्म कर दिया। और भारत को विदेशी शासन से पूरी तरह मुक्त कर दिया गया। इस अवसर पर आज पीएम नरेंद्र मोदी आज गोवा का दौरा करेंगे। जहां वह मुक्ति दिवस’ पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इसके साथ ही कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी पीएम करेंगे।
