लखीमपुर-खीरी: बारिश ने बढ़ाई सर्दी, तापमान पहुंचा 11 डिग्री तक
लखीमपुर-खीरी, अमृतविचार। जिले में दो दिन से बिगड़ा मौसम का मिजाज मंगलवार को बारिश के बाद और बिगड़ गया। रात में ही भयंकर सर्दी बढ़ गई। सुबह होने तक सर्दी का प्रकोप और बढ़ गया। बुधवार को दिन में भी हल्की बूंदाबांदी हुई। जिससे लोग परेशान हो गए बारिश और सर्द हवा के झोंकों से …
लखीमपुर-खीरी, अमृतविचार। जिले में दो दिन से बिगड़ा मौसम का मिजाज मंगलवार को बारिश के बाद और बिगड़ गया। रात में ही भयंकर सर्दी बढ़ गई। सुबह होने तक सर्दी का प्रकोप और बढ़ गया। बुधवार को दिन में भी हल्की बूंदाबांदी हुई। जिससे लोग परेशान हो गए बारिश और सर्द हवा के झोंकों से इंसानों के अलावा पशु पक्षी तक परेशान हो गए। शाम ढलते ही शहर में सन्नाटा हो गया। दिन भर लोगों ने अलाव के सहारे सर्दी का बचाव किया। शाम ढलते ही रजाईयोुं में दुबक गए।
मौसम विभाग का अनुमान है इस सप्ताह बारिश तो नहीं होगी सर्दी और गलन इसी तरह की रहेगी। जिले में इस सप्ताह मौसम का मिजाज बिगड़ गया है मंगलवार को दिनभर हल्की घुंध और कोहरा रहा। इससे सर्दी बढ़ गई शाम को मौसम और बिगड़ गया। रात में बारिश हुई तो सुबह मौसम और सर्द हो गया। इससे तापमान में भारी गिरावट आई।
बुधवार को अधिकतम तापमान 15 डिग्री और रात में 10 डिग्री तक पहुंच गया। बुधवार को दिन भर लोगों ने अलावा के सहारे सर्दी का बचाव किया। आफिसों में और घरों में लोगों ने किसी तरह हीटर से आदि से काम चलाया। सर्दी के साथ दिन में सर्द हवा के झोंके भी चलते रहे। बारिश और हवा के सर्द झोंकों से इंसानों के अलावा पशु पक्षी तक परेशान रहे। बारिश में आवारा पुश भी इधर उधर भटकते रहे।
सर्दी से करें बचाव, बच्चों पर पड़ सकती है भारी
सर्दी का प्रकोप जिस तरह से बढ़ रहा है उससे कोल्ड डायरिया और निमोनिया जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। बच्चों को सर्दी लगी तो उन्हें निमोनिया या कोल्ड डायरिया जैसी बीमारियां अपनी चपेट में ले सकती है। जिला अस्पताल के बालरोग विशेषज्ञ ने बच्चों का सर्दियों से बचाव करने की सलाह दी है। जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. राजेशकुमार ने बताया कि सर्दी लगने पर कोल्ड डायरिया और निमोनिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
कोल्ड डायरिया में पतले दस्त आते हैं आंतों में सूजन हो जाती है। डिहाईड्रेशन से बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसके अलावा निमोनिया में फेफड़ों में सूजन आ जाती है स्वास लेने में दिक्कत होती है। तेज बुखार होता है फेफड़ों में सूजन से शरीर को आक्सीजन मिलने में कमी आ जाती है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है।
ऐसे में तत्काल बच्चों को किसी प्रशिक्षित डाक्टर को दिखाना चाहिए। जहां तक हो सके गर्म पानी पिएं, बच्चों को सिर और कानों को ढककर रखें। कमरे का तापमान गर्म रखें। जहां तक हो सके सर्द हावाओं और कोहरे में न निकलें।
