उत्तराखंड: 10 सालों में मुख्यमंत्रियों की 1337 घोषणाएं नहीं हो पाईं पूरी, आरटीआई से खुलासा
हल्द्वानी, अमृत विचार। पिछले दस सालों में मुख्यमंत्रियों ने सबसे ज्यादा लोक निर्माण विभाग में घोषणाएं की हैं। दूसरे नंबर पर विद्यालयी शिक्षा है। राज्य में 69 विभागों में अभी तक 9245 घोषणाएं की हैं। तिकोनिया निवासी हेमंत गौनिया को आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार राज्य में 11 सितंबर 2011 से अभी तक कुल …
हल्द्वानी, अमृत विचार। पिछले दस सालों में मुख्यमंत्रियों ने सबसे ज्यादा लोक निर्माण विभाग में घोषणाएं की हैं। दूसरे नंबर पर विद्यालयी शिक्षा है। राज्य में 69 विभागों में अभी तक 9245 घोषणाएं की हैं।
तिकोनिया निवासी हेमंत गौनिया को आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार राज्य में 11 सितंबर 2011 से अभी तक कुल 69 विभागों में घोषणाएं की हैं। इसमें लोक निर्माण विभाग में 2869, विद्यालयी शिक्षा विभाग में 773, पेयजल विभाग में 725, सिंचाई विभाग में 620, शहरी विकास विभाग में 581, चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग में 315, पर्यटन विभाग में 259, युवा कल्याण विभाग में 220, उच्च शिक्षा विभाग में 210 और आवास विकास में 203 घोषणाएं की गई हैं।
पिछले दस सालों में कुल 69 विभागों में 9245 घोषणाएं की गई हैं। इनमें से 5073 योनजाओं में शासनादेश किया गया है। 2817 घोषणाएं में कार्यवाही हो रही है। इनमें से 1337 घोषणाएं अपूर्ण हैं और 18 घोषणाएं आंशिक रूप से पूर्ण हैं। उल्लेखनीय है कि इस दौरान राज्य में भाजपा और कांग्रेस दोनों की ही सरकार रही है।
