उदयपुर हत्याकांड पर भड़के विदेशी सांसद, कह डाली अब तक की ये बड़ी बात

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उदयपुर। उदयपुर (राजस्थान) में कन्हैया लाल नामक टेलर की गर्दन काटकर हत्या किए जाने के मामले में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) भंवर लाल को लापरवाही को लेकर निलंबित किया गया है। उदयपुर रेंज के आईजी हिंगलाज दान ने बताया कि एएसआई पर आरोप है कि उन्होंने धमकियां मिलने को लेकर कन्हैया लाल की चिंताओं को नज़रअंदाज़ …

उदयपुर। उदयपुर (राजस्थान) में कन्हैया लाल नामक टेलर की गर्दन काटकर हत्या किए जाने के मामले में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) भंवर लाल को लापरवाही को लेकर निलंबित किया गया है। उदयपुर रेंज के आईजी हिंगलाज दान ने बताया कि एएसआई पर आरोप है कि उन्होंने धमकियां मिलने को लेकर कन्हैया लाल की चिंताओं को नज़रअंदाज़ किया था।

राजस्थान पुलिस के अनुसार, उदयपुर हत्याकांड के पीड़ित के खिलाफ पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के प्रचार को लेकर 10 जून को केस दर्ज हुआ था। बकौल पुलिस, 15 जून को पीड़ित ने हत्या की धमकी मिलने की शिकायत की जिसके बाद दोनों पक्षों में समझौता कराया गया और अब पूछताछ की जाएगी कि समझौते के बावजूद बात आगे कैसे बढ़ी।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर की घटना को लेकर बताया है, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि घटना प्रथम दृष्टया आतंक फैलाने के उद्देश्य से की गई है। उन्होंने बताया, दोनों आरोपियों के दूसरे देशों में भी संपर्क होने की जानकारी सामने आई है…अब आगे की जांच एनआईए द्वारा की जाएगी।

राजस्थान कांग्रेस के प्रवक्ता नितिन अग्रवाल ने उदयपुर (राजस्थान) में एक टेलर की गर्दन काटकर हत्या करने वाले दो लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के दौरान का वीडियो मंगलवार रात को ट्वीट किया था। अग्रवाल ने लिखा, पुलिस ने मौके पर ही खातिरदारी की…अभी और भी खातिरदारी होनी है। गौरतलब है, दोनों आरोपी राजसमंद से गिरफ्तार किए गए थे।

उदयपुर (राजस्थान) में कन्हैया लाल की दो लोगों द्वारा गर्दन काटकर हत्या किए जाने के बाद बुधवार को पीड़ित का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच कन्हैया लाल की अंतिम यात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। गौरतलब है कि मंगलवार को इस घटना के बाद दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए थे।

वहीं, राजस्थान के उदयपुर में एक टेलर की बेरहमी से हत्या को लेकर पूरे देश में तनाव का माहौल है। इस घटना को लेकर लोगों में गुस्सा है. ऐसे में पैगंबर मोहम्मद मामले पर भाजपा से सस्पेंड की गई नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले डच सांसद ने भी नाराजगी जाहिर की है। डच सांसद गीर्ट विल्डर्स ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि भारत को मेरी सलाह है कि उसे असहिष्णु लोगों के प्रति सहिष्णु बनना बंद करना होगा। बता दें कि राजस्थान के उदयपुर के धानमंडी इलाके में मंगलवार को दो लोगों ने पेशे से दर्जी एक शख्स कन्हैया लाल की बेरहमी से हत्या कर दी थी।

इस मामले पर अब गीर्ट ने ट्वीट कर कहा है, भारत, एक दोस्त होने के नाते, मैं आपसे कहता हूं कि असहिष्णु के प्रति सहिष्णु होना बंद करें. चरमपंथियों, आतंकियों और जिहादियों से हिंदुत्व की रक्षा करें।  इस्लाम का तुष्टिकरण नहीं करें, यह आपको बहुत महंगा पड़ेगा। हिंदुओं को ऐसे नेता चाहिए जो उनकी 100 फीसदी रक्षा कर सकें।

नीदरलैंड्स के दक्षिणपंथी सांसद गीर्ट ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, भारत में हिंदुओं को सुरक्षित होना चाहिए। यह उनका देश, उनकी मातृभूमि है. भारत उनका है। भारत कोई इस्लामिक देश नहीं है।

बता दें कि राजस्‍थान के उदयपुर के एक टेलर कन्‍हैया लाल साहू की मंगलवार को गला रेतकर हत्‍या कर दी गई थी। इस घटना को रियाज और मोहम्मद गौस नाम के दो लोगों ने अंजाम दिया। दोनों ने इस घटना का वीडियो बनाकर इसे शेयर भी किया था। उन्होंने इस वीडियो में कहा कि इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, टेलर कन्हैया लाल के आठ साल के बेटे ने उनके मोबाइल से नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट की थी। इससे गुस्साए आरोपियों ने उसके पिता की बेरहमी से हत्या कर दी।

गीर्ट इससे पहले पैगंबर मोहम्मद मामले पर नूपुर शर्मा का बचाव कर चुके हैं। इससे पहले पैगंबर मोहम्मद मामले पर नूपुर शर्मा का बचाव कर चुके हैं। उन्होंने पैगंबर मोहम्मद मामले पर भारत पर इस्लामिक देशों के दबाव को लेकर कहा था कि किसी देश को आर्थिक कारणों के लिए अपनी स्वतंत्रता नहीं खोनी चाहिए।

कौन हैं गिर्ट विल्डर्स ?

गिर्ट विल्डर्स का जन्म 6 सितंबर 1963 को हुआ था। वह नीदरलैंड के एक दक्षिणपंथी नेता है। वह नीदरलैंड के तीसरे सबसे बड़े राजनीतिक दल पार्टी फॉर फ्रीडम के संस्थापक हैं। 1998 से वह सांसद बन रहे हैं।

इस्लाम की अलोचना करने के लिए वह जाने जाते हैं। इस कारण उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी मिलती रहती हैं। उन्होंने अपने देश में ‘बैन इस्लाम’ अभियान भी चलाया था, जिसके तहत उन्होंने मस्जिदों को बंद करने की मांग की थी।

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