मुरादाबाद : अजन्मे बच्चों के बना दिए जन्म प्रमाण पत्र, जांच में गिर सकती है विभागीय कर्मियों पर गाज
मुरादाबाद,अमृत विचार। शहर में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाला गिरोह सक्रिय है। इसका खुलासा तब हुआ जब बरेली के पासपोर्ट ऑफिस से चार जन्म प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए एडिशनल सीएमओ डॉ. संजीव कुमार बेलवाल के पास पहुंचे। जांच में पता चला कि किसी भी प्रमाण पत्र पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं। यह भी …
मुरादाबाद,अमृत विचार। शहर में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाला गिरोह सक्रिय है। इसका खुलासा तब हुआ जब बरेली के पासपोर्ट ऑफिस से चार जन्म प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए एडिशनल सीएमओ डॉ. संजीव कुमार बेलवाल के पास पहुंचे। जांच में पता चला कि किसी भी प्रमाण पत्र पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं। यह भी पता चला है कि कुछ अजन्मे बच्चों के प्रमाण पत्र भी जारी किए गए हैं। उन्होंने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने अज्ञात पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच में कुछ विभागीय कर्मियों पर भी गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है।
डॉ. संजीव ने तहरीर में बताया कि जब उन्होंने अपने कार्यालय के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्टर चेक करने के लिए तलब किए तो उनमें तमाम खामियां मिलीं। पता चला कि एक ओर जहां बिना कागजों के सत्यापन के बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र बना दिए गए, वहीं कुछ ऐसे बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र भी जारी किए गए जिनका कोई रिकॉर्ड या दस्तावेज मौजूद नहीं था। टाउन हॉल स्थित नगर निगम कार्यालय वाटर टैक्स, हाउस टैक्स, मकान नंबर का रजिस्ट्रेशन कराने में खेल करता ही है, लेकिन अब खुलासा हुआ है कि जन्म प्रमाण पत्र में भी खेल किया जा रहा है।
मृत्यु प्रमाण पत्र में भी हो सकता है बड़ा खुलासा
जन्म के अलावा मृत्यु प्रमाण पत्र भी नगर निगम से ही जारी किए जाते हैं। जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र यह साबित करता है कि व्यक्ति जीवित हैं या नहीं। व्यक्ति का जन्म कब और कहां हुआ। नगर निगम की ओर से जारी किए गए जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र सरकारी अभिलेखों में भी कारगर साबित होते हैं। फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मिलने के बाद मृत्यु प्रमाण पत्रों में भी खेल होने का अंदेशा जताया जा रहा है। इसकी भी जांच कराई जाएगी।
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