Science or Superstition? Listen closely! NASA ने शेयर किया ‘अंतरिक्ष की ध्वनि’ का वीडियो, IPS बोले- इसे ॐ कहते हैं

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नई दिल्ली। The National Aeronautics and Space Administration (NASA) की एक टीम ने ट्विटर (Twitter) पर ‘अंतरिक्ष की ध्वनि’ का वीडियो शेयर किया है जिसपर आईपीएस अधिकारी संदीप मित्तल ने लिखा, इस ध्वनि को हमारे ऋषियों ने ॐ का नाम दिया है। उन्होंने कहा, इसके नाद में प्रलय को आमंत्रित करने की क्षमता है। कई …

नई दिल्ली। The National Aeronautics and Space Administration (NASA) की एक टीम ने ट्विटर (Twitter) पर ‘अंतरिक्ष की ध्वनि’ का वीडियो शेयर किया है जिसपर आईपीएस अधिकारी संदीप मित्तल ने लिखा, इस ध्वनि को हमारे ऋषियों ने ॐ का नाम दिया है। उन्होंने कहा, इसके नाद में प्रलय को आमंत्रित करने की क्षमता है।

कई लोग उनकी बात से सहमत थे और दावा किया कि उन्होंने भी ओम ध्वनि सुनी। हालांकि अधिकांश ट्विटर यूजर ने IPS अधिकारी को ट्रोल किया। कई यूजर्स ने कहा कि उन्हें किसी पढ़े-लिखे अधिकारी से इस तरह के बयान की उम्मीद नहीं थी। एक यूजर ने लिखा, ‘आश्चर्य है कि आप जैसे लोगों ने ऐसे दावों पर विश्वास कर लिया। नासा ने कभी नहीं कहा कि यह ओम ध्वनि है। यह आवाज वैसी ही है कि जब आप खुद को पानी में डुबोएंगे तो सुनाई देगी। हवा का कोई भी वैक्यूम और नजदीकी स्पेस मूवमेंट ऐसी ही आवाज करेगा।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, कुछ भी मत बोल दिया कीजिये सर। नासा प्रमाण के साथ कह रही है, मुझे तो सुनने में ॐ का उच्चारण कहि से नही लग रहा। जगहँसाई मत करवाइए। धर्म और विज्ञान को अलग रहने दे, विज्ञान में तर्क है धर्म मे विश्वास। तर्क और विश्वास एक दूसरे के विपरीत है।

कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर ‘अंतरिक्ष की ध्वनि’ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। असल में, इस क्लिप को NASA (नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस) की एक टीम ने ट्विटर पर 22 अगस्त को साझा किया था। अब इसी ट्वीट को शेयर करते हुए IPS (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी संदीप मित्तल ने ट्विटर पर लिखा कि इस ध्वनि को हमारे ऋषियों ने ॐ का नाम दिया है। इसके बाद से उनका ट्वीट चर्चा में आ गया है, जिस पर यूजर्स मिली जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। जहां कई यूजर्स ने कहा कि सर, आप एकदम ठीक बोल रहे हैं, वहीं कुछ ने लिखा कि अधिकारी की बात का खंडन किया।

नासा के ट्वीट को साझा करते हुए IPS अधिकारी ने लिखा- इस ध्वनि को हमारे ऋषियों ने ऊँ का नाम दिया है। ब्रह्माण्ड का आदि और अंत सब ॐ है। इसके नाद में प्रलय को आमंत्रित करने की क्षमता है एवं ब्रह्माण्ड की किसी भी अन्य वस्तु, प्राणी, ग्रह, आदि से अधिक प्रभावशाली है। हम कहें तो अंधविश्वास, @NASA कहे तो विज्ञान। अधिकारी के ट्वीट को 11.7 हजार लाइक्स और लगभग 4 हजार रीट्वीट्स मिल चुके हैं। साथ ही, लगातार यूजर्स टिप्पणी भी कर रहे हैं।

बता दें कि यह 34 सेकंड का क्लिप @NASAExoplanets ने साझा करते हुए लिखा था, ‘यह धारणा गलत है कि अंतरिक्ष में कोई ध्वनि नहीं है, क्योंकि आकाशगंगा खाली है, जिससे ध्वनि तरंगों को यात्रा करने का कोई रास्ता नहीं मिलता। एक गैलेक्सी क्लस्टर में इतनी गैस है कि हमने वास्तविक ध्वनि को पकड़ लिया है। यहां एक ब्लैक होल की एंप्लीफाइड और अन्य डेटा के साथ मिक्स करके बनाई गई ध्वनि है!’

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