मुरादाबाद : नम आंखों से दी असालतपुरा अग्निकांड के मृतकों को अंतिम विदाई

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

मुरादाबाद,अमृत विचार। असालतपुरा अग्निकांड में एक ही परिवार में हुई पांच की मौत ने सिस्टम पर भी सवाल खड़ा किया है। रिहाइशी मकान में स्क्रैप गोदाम संचालित करने के लिए किस विभाग की अनुमति ली गई। इसे बताने वाले सामने नहीं आए, नतीजा पांच जिंदगियां धुएं में दम घुटने काल के गाल में समा गईं। …

मुरादाबाद,अमृत विचार। असालतपुरा अग्निकांड में एक ही परिवार में हुई पांच की मौत ने सिस्टम पर भी सवाल खड़ा किया है। रिहाइशी मकान में स्क्रैप गोदाम संचालित करने के लिए किस विभाग की अनुमति ली गई। इसे बताने वाले सामने नहीं आए, नतीजा पांच जिंदगियां धुएं में दम घुटने काल के गाल में समा गईं।

शुक्रवार को गमगीन माहौल में लोगों ने पांचों मृतकों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। सड़क से लेकर ईदगाह तक उमड़ी भारी भीड़ मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाती रही। असालतपुरा लंगड़े की पुलिया से पीड़ित परिवार के निवास स्थान तक ठसाठस भीड़ रही। दोपहर करीब दो बजे नमाज के बाद एक साथ पांच जनाजे उठे। गमगीन माहौल में सास-बहू और तीन बच्चों का शव दफन किया गया।

असालतपुरा लंगड़े की पुलिया पावर हाउस के पास रहने वाले इरशाद कबाड़ कारोबारी हैं। चार मंजिला ईमारत भूतल पर उन्होंने कबाड़ जमा कर रखा था। गुरुवार शाम करीब छह बजे कबाड़ के गोदाम में अचानक आग लग गई थी। पूरा मकान आग की चपेट में आ गया था। इरशाद की पत्नी कमर आरा (70), बहू शमा परवीन (35), पोती नाफिया (7), इबाद (4) और उमेमा (7) निवासी आजादनगर हल्द्वानी खौफनाक हादसे की भेंट चढ़ गए। गुरुवार देर रात सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। शुक्रवार तड़के चार बजे पोस्टमार्टम के बाद सभी शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए।

हादसे का सबब बना कानून व कायदे का उल्लंघन
मुख्य अग्निशमन अधिकारी मुकेश कुमार के दावों पर गौर करें तो असालतपुरा अग्निकांड महज हादसा अथवा चूक का परिणाम नहीं है। कानून व कायदे का उल्लंघन पांच जिंदगियों पर भारी पड़ा। सीएफओ ने कहा कि घटना स्थल पर आग पर काबू पाने के बाद दमकलकर्मियों की प्राथमिकता राहत और बचाव कार्य की रही। इसे संपन्न के दरम्यान ही पांच लोग झुलस कर मर गए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि पांचों मृतक पहले धुएं के गुबार में फंसे थे। सभी के गले और फेफड़ों में धुएं के कण जमा मिले। आक्सीजन के अभाव और झुलसाती आग के कारण पांच लोगों की अकाल मौत हुई।

बड़ी मस्जिद से ईदगाह तक सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम
बड़ी मस्जिद से ईदगाह कब्रिस्तान तक भारी फोर्स तैनात रही। सीओ कटघर शैलजा मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट एमपी सिंह, एसीएम प्रथम प्रज्ञा यादव, एसओ गलशहीद लखपत सिंह भारी पुलिस और पीएसी जवानों के साथ मौजूद रहे। सीओ कटघर ने बताया कि हादसे के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा होने की उम्मीद थी। इसी के चलते किसी को परेशानी न हो, इसलिए सुरक्षा रही।

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद: स्क्रैप गोदाम में लगी भीषण आग, दम घुटने से सास-बहू समेत पांच की मौत, सीएम ने जताया दुख

संबंधित समाचार