नैनीताल: झील में गिरी ऐतिहासिक बैंड स्टैंड के पास की सुरक्षा दीवार
नैनीताल, अमृत विचार। सरोवर नगरी में लोकप्रिय ऐतिहासिक बैंड स्टैंड के पास नैनी झील की सुरक्षा दीवार शनिवार दोपहर को भरभराकर गिर गई। गनीमत रही कि इस दौरान कोई पर्यटक या स्थानीय लोग इसकी चपेट में नहीं आए। मालूम हो कि इससे पहले भी बैंड स्टैंड के पास भूधंसाव होने के कारण बीते 28 जून …
नैनीताल, अमृत विचार। सरोवर नगरी में लोकप्रिय ऐतिहासिक बैंड स्टैंड के पास नैनी झील की सुरक्षा दीवार शनिवार दोपहर को भरभराकर गिर गई। गनीमत रही कि इस दौरान कोई पर्यटक या स्थानीय लोग इसकी चपेट में नहीं आए। मालूम हो कि इससे पहले भी बैंड स्टैंड के पास भूधंसाव होने के कारण बीते 28 जून को नगर पालिका ने तीन ओर से बेरिकेडिंग कर लोगों की आवाजाही रोक दी गई थी।
बैंड स्टैंड के पास नैनी झील की सुरक्षा दीवार पर खतरा बढ़ता जा रहा है। विभागीय लापरवाही के कारण शनिवार को यहां करीब 10 मीटर की सुरक्षा दीवार झील में समा गई। इस दौरान धंसाव वाले हिस्से के पास कई लोग बैठे थे, लेकिन गनीमत रही कि किसी को नुकसान नहीं पहुंचा। सूचना के बाद नगर पालिका के ईओ अशोक वर्मा ने मौका मुआयना कर भूस्खलन का जायजा लिया। साथ ही क्षेत्र में लोगों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रखने के निर्देश कर्मियों को दिए।
मालूम हो कि करीब तीन वर्षों से यहां करीब 60 मीटर के हिस्से पर दरार बनी हुई थी। रही कि धंसाव वाले हिस्से के समीप रेलिंग पर बैठे लोग इसकी चपेट में नहीं आए, नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। धंसे हिस्से के आसपास दरारे बढ़ने से भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।
सिंचाई विभाग यहां लंबे समय से तत्कालिक रोकथाम की योजना बना रहा है।
मगर विभाग द्वार गंभीरता नहीं दिखाने की वजह से बारिश से यह हिस्सा कमजोर होता चला गया और यहां दरारें बढ़ती गईं। सुरक्षा दीवार और रेलिंग भी झील की ओर झुक गई। साथ ही भूधंसाव भी बढ़ रहा है। भूधंसाव होने के कारण बीते 28 जून को नगर पालिका ने तीन ओर से बेरिकेडिंग कर लोगों की आवाजाही रोक दी थी।
विभागीय कर्मियों को वैकल्पिक रोकथाम करने के निर्देश दिए गए हैं। क्षतिग्रस्त हिस्से के उपचार के लिए सर्वे कर प्रस्ताव बनाया जाएगा।जिसके बाद शासन से बजट मिलने के बाद ही सुरक्षा उपाय किए जाएंगे।
डीडी सती – सिंचाई विभाग, सहायक अभियंता
