हल्द्वानी: जातीय हिंसा के खिलाफ हल्लाबोल, जगदीश हत्याकांड के विरोध में आज निकलेगा कैंडल मार्च

हल्द्वानी: जातीय हिंसा के खिलाफ हल्लाबोल, जगदीश हत्याकांड के विरोध में आज निकलेगा कैंडल मार्च

हल्द्वानी, अमृत विचार। अल्मोड़ा के भिकियासैंण क्षेत्र में पनुवाद्योखन गांव निवासी दलित नेता जगदीश चंद्र हत्याकांड के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदेशभर में आवाज बुलंद हो रही है। रोजाना सामाजिक संगठन सड़क पर उतरकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। रविवार को शिल्पकार वेलफेयर सोसायटी ने हल्द्वानी के बुद्ध …

हल्द्वानी, अमृत विचार। अल्मोड़ा के भिकियासैंण क्षेत्र में पनुवाद्योखन गांव निवासी दलित नेता जगदीश चंद्र हत्याकांड के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदेशभर में आवाज बुलंद हो रही है। रोजाना सामाजिक संगठन सड़क पर उतरकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। रविवार को शिल्पकार वेलफेयर सोसायटी ने हल्द्वानी के बुद्ध पार्क से जातीय हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने का निर्णय लिया है। शाम छह से यहां से कैंडल मार्च निकालकर जातीय हिंसा के खिलाफ आवाज उठेगी।

बताते चलें कि सल्ट के पनुवाधौखन निवासी जगदीश चंद्र पुत्र केश राम और भिकियासैंण निवासी गीता उर्फ गुड्डी ने बीते 21 अगस्त को गैराड़ मंदिर में प्रेम विवाह किया था। शादी से पहले गुड्डी अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह, भावना पत्नी जोगा सिंह के साथ रहती थी। दोनों का प्रेम विवाह गुड्डी के सौतेले भाई और पिता को रास नहीं आया। बीते गुरुवार एक सितंबर को जगदीश के ससुराल वालों ने जगदीश चंद्र को भिकियासैंण में पकड़ लिया था। उसके बाद वह लोग जगदीश चंद्र का एक गाड़ी से अपहरण कर ले गए। उसके बाद बेरहमी से जगदीश की हत्या कर दी। सूचना पर पुलिस और राजस्व की टीम ने गाड़ी से जगदीश का लहुलूहान शव बरामद किया। दो सितंबर को पुलिस ने आरोपी सास ससुर और साले को गिरफ्तार किया था।

उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष पीसी गोरखा ने दलित नेता जगदीश चंद्र की हत्या के मामले का स्वतः संज्ञान लेकर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत को जांच के निर्देश दिए। मामले में अब तक चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।