खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए आवेदन की समय सीमा बढ़ाई, एक अक्टूबर है अंतिम तारीख
नई दिल्ली। खेल मंत्रालय ने इस साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए आवेदान जमा कराने की समय सीमा में बुधवार को तीन दिन का इजाफा करते हुए इसे एक अक्टूबर तक कर दिया। इससे पहले मंत्रालय ने आवेदन ऑनलाइन जमा कराने की अंतिम तारीख 27 सितंबर तय की थी। इस वर्ष से एक समर्पित पोर्टल …
नई दिल्ली। खेल मंत्रालय ने इस साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए आवेदान जमा कराने की समय सीमा में बुधवार को तीन दिन का इजाफा करते हुए इसे एक अक्टूबर तक कर दिया। इससे पहले मंत्रालय ने आवेदन ऑनलाइन जमा कराने की अंतिम तारीख 27 सितंबर तय की थी। इस वर्ष से एक समर्पित पोर्टल के माध्यम से केवल ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 27 सितंबर, 2022 से बढ़ाकर एक अक्टूबर 2022 (शनिवार) कर दी गई है। बयान के मुताबिक ‘पुरस्कार के लिए पात्र खिलाड़ियों , कोच , संस्थाओं और विश्वविद्यालयों से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। उन्हें समर्पित पोर्टल डीबीटीवाईएएस-स्पोर्ट्स.जीओवी.इन पर स्वयं ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
बयान में कहा गया कि भारतीय ओलंपिक संघ, भारतीय खेल प्राधिकरण, मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खेल महासंघ, खेल संवर्धन बोर्ड, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों आदि को भी तदनुसार सूचित किया जाता है। एक अक्टूबर, 2022 (शनिवार) के बाद मिलने वाले नामांकन पर विचार नहीं किया जाएगा। खेल पुरस्कार हर साल खेलों में उत्कृष्टता प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत करने के लिए दिए जाते हैं। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किसी खिलाड़ी को चार साल की अवधि में खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है जबकि अर्जुन पुरस्कार चार साल तक लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।
ANNOUNCEMENT!!
The last date to apply online for #NationalSportsAwards2022 has been EXTENDED from 27th September 2022 to 1ST October 2022 (Saturday).
Eligible sportspersons, coaches, entities and universities may self-apply at the dedicated Portal: https://t.co/06UkhKP6qX pic.twitter.com/c2TgqK70E8
— Dept of Sports MYAS (@IndiaSports) September 27, 2022
द्रोणाचार्य पुरस्कार प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं को तैयार करने के लिए कोच को दिया जाता है जबकि ध्यानचंद पुरस्कार खेल विकास में आजीवन योगदान के लिए दिया जाता है। राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार कार्पोरेट संस्थाओं और व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने खेल के प्रचार और विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मौलाना अब्दुल कलाम आजाद ट्रॉफी एक विश्वविद्यालय को अंतर-विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं में समग्र शीर्ष प्रदर्शन के लिए प्रदान की जाती है।
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