उत्तराखंड: हिमस्खलन की चपेट में आए नेहरु पर्वतारोहण संस्थान के ट्रेनी, नौ की मौत, 20 लोग फंसे, भारी बर्फबारी के कारण रोका रेस्क्यू आपरेशन
देहरादून, अमृत विचार। नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (निम) का प्रशिक्षण दल द्रोपदी का डांडा में हिमस्खलन की चपेट में आ गया। जिसमें 29 प्रशिक्षणार्थी ग्लेशियर के बीच में बड़ी दरार (क्रेवास) में फंस गए। जिन्हें निकालने के लिए निम और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की तरफ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था। लेकिन क्षेत्र में भारी …
देहरादून, अमृत विचार। नेहरु पर्वतारोहण संस्थान (निम) का प्रशिक्षण दल द्रोपदी का डांडा में हिमस्खलन की चपेट में आ गया। जिसमें 29 प्रशिक्षणार्थी ग्लेशियर के बीच में बड़ी दरार (क्रेवास) में फंस गए। जिन्हें निकालने के लिए निम और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की तरफ रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा था। लेकिन क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने के कारण रेस्क्यू आपरेशन को रोक दिया है। 20 लोग अभी भी वहां फंसे हैं। जबकि नौ लोगों की मौत हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दी। जिस पर राजनाथ सिंह ने वायुसेना को बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
वहीं, घटना के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
बताते चलें कि नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व नौ प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शामिल थे।
