पीलीभीत: एसपी दफ्तर पर फूट-फूटकर रोई महिला, बोली- जहर खाऊं या फिर छोड़ दूं गांव
अनुसूचित जाति की छेड़छाड़ पीड़िता को डरा धमकाकर समझौता लिखाने का मामला
किशोरी से छेड़छाड़ और बचाने गई मां से मारपीट करने के मामले में पुलिस द्वारा डरा धमकाकर समझौतनामा कराए जाने की शिकायत लेकर महिला एसपी दफ्तर पहुंची।
पीलीभीत, अमृत विचार। किशोरी से छेड़छाड़ और बचाने गई मां से मारपीट करने के मामले में पुलिस द्वारा डरा धमकाकर समझौतनामा कराए जाने की शिकायत लेकर महिला एसपी दफ्तर पहुंची। एसपी तो नहीं मिल पाए, लेकिन मौजूद पुलिसकर्मियों के सामने ही महिला पुलिस लाइन में फूट-फूटकर रोई और न्याय की गुहार लगाती रही।
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उसका कहना था कि नेताजी के दबाव में जहानाबाद पुलिस ही उसके परिवार की दुश्मन बन चुकी है। ऐसे में अब न्याय न मिला तो वह बच्चों संग जहर खाकर खुदकुशी कर लेगी या फिर पूरा परिवार पलायन करेगा। महिला ने एक शिकायत पत्र भी एसपी दफ्तर में दिया।
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— Amrit Vichar (@AmritVichar) November 12, 2022
घटना जहानाबाद थाना क्षेत्र के एक गांव से है। यहां की रहने वाली अनुसूचित जाति की महिला शनिवार दोपहर करीब साढ़े 11 बजे पुलिस लाइन स्थित एसपी कार्यालय पर पहुंची। उस वक्त एसपी मौजूद नहीं थे। महिला दरोगा शिकायत प्रकोष्ठ पर मौजूद थीं। पीड़िता ने एक शिकायती पत्र दिया। जिसमें बताया कि नौ नवंबर को उसके घर में घुसकर दबंगों ने 16 वर्षीय बेटी से छेड़छाड़ करते हुए निर्वस्त्र कर दिया। उसके बाल पकड़कर घसीटा। जब वह बचाने पहुंची तो उनके साथ भी मारपीट की गई।
थाना पुलिस सत्ता के एक नेताजी के दबाव में कार्रवाई टालती रही। दो दिन पहले उसने इसका एक प्रार्थना पत्र एसपी को दिया। इसके बाद शुक्रवार को सुबह करीब दर्जन भर पुलिसकर्मी गांव पहुंचे। वह पति के साथ खेत पर थीं। पुलिसकर्मी गाली गलौज करते हुए खेत से घर ले आए। फिर डरा धमकाकर जबरन समझौतानामा लिखवा लिया। इस दौरान पुलिस यह धमकी देती रही कि अगर शिकायत वापस नहीं ली तो पति जेल चले जाएंगे और पूरे परिवार का जिंदा रहना मुश्किल हो जाएगा।
यह भी आरोप लगाए कि पुलिस ने बेटी के साथ हुई घटना को छिपाने पर जोर दिया। यह कहती रही कि ऐसे क्या नेताजी के रिश्तेदारों को फांसी करा दोगे। करीब एक घंटे तक घर में ही पुलिस बंधक बनाए रही, आरोप है कि बच्चों तक को घर से बाहर नहीं निकलने दिया।
ललौरीखेड़ा चौकी और जहानाबाद थाने की पुलिस पर संगीन आरोप लगाते हुए दुखड़ा सुनाया। उसने यह भी कहा कि अगर उसके साथ ही ज्यादती के बाद भी अगर न्याय न मिला तो वह बच्चों संग जहर खाकर, खुदकुशी कर लेगी या फिर पूरा परिवार ही पलायन करने को मजबूर है। महिला पुलिस लाइन में फूट-फूट कर रोती रही और न्याय की गुहार लगाई।
इंस्पेक्टर बोले- मामला ही झूठा था, हम क्यों कराएंगे समझौता
इस मामले में घिरी जहानाबाद पुलिस का अपना ही कथन है। इंस्पेक्टर जहानाबाद प्रभास चंद का कहना है कि यह पूरा मामला ही झूठा था। घर के आगे ट्रैक्टर निकालने को लेकर विवाद हुआ था। छेड़छाड़ तो हुई ही नहीं थी। पुलिस क्यों किसी का समझौता कराएगी। दोनों पक्षों से खुद बैठकर सुलह की थी।
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