राजस्थान कांग्रेस में मतभेद, गहलोत ने बोला 'गद्दार' तो पायलट ने दी नसीहत

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Published By Vishal Singh
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जयपुर। राजस्थान कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं की बयानबाजी के बाद अब राज्य में पार्टी की आंतरिक मतभेद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि इस प्रकार के बेबुनियाद और झूठे आरोपों की जरूरत नहीं है, अभी वक्त है, पार्टी को कैसे मजबूत किया जाये।

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पायलट ने आज अपने बयान मे कहा कि पता नहीं कौन उन्हें एडवाइज करता है, उन्होंने आज से पहले भी मेरे बारे में बहुत सी बातें बोली , मुझे नकारा निकम्मा एवं गद्दार कहा और कई आरोप लगाए। इस प्रकार के बेबुनियाद और झूठे आरोपों की जरूरत नहीं है। अभी वक्त है, कैसे पार्टी को हम मजबूत करें। कांग्रेस नेता राहुल गांधी यात्रा लेकर निकले हैं। हमारा ध्येय उस यात्रा को सफल बनाने पर होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि वरिष्ठ और अनुभवी नेता को इस तरह बोलना शोभा नहीं देता। एक-दूसरे पर आरोप लगाए, यह सही नहीं है। अभी एकजुट रहने का चुनौती वाला समय है। दोबारा सरकार में कैसे आएंगे, चिंता इसकी होनी चाहिए। किसी व्यक्ति को इतना असुरक्षित नहीं होना चाहिए। राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। हमेशा कोई पद पर नहीं रहता। उन्होंने कहा कि कांगेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी के हाथ मजबूत करने चाहिए ।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा को विपक्ष में रहते हुए हम लोगों ने चुनौती दी जब मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष था। इसके बाद हमारी सरकार बनी। उन्होंने कहा कि श्री गहलोत के मुख्यमंत्री रहते उनके नेतृत्व में दो बार चुनाव हारे लेकिन फिर भी तीसरी बार उन्हें मुख्यमंत्री बनाया तो हमने हाईकमान के फैसले को स्वीकार किया। आज हमारी प्राथमिकता सरकार रिपीट करने पर होनी चाहिये ।

उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपने बयान में कहा कि गहलोत का यह बयान सचिन पायलट के खिलाफ नहीं हैं, यह कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ है। यह राहुल एवं प्रियंका गांधी के खिलाफ हैं, मैं गहलोत से निवेदन करना चाहूंगा कि वह बड़ा दिल दिखाते हुए कुर्सी छोड़ देने, त्यागपत्र दे दे। वह तो पहले ही कहते थे कि मेरा तो त्याग पत्र कांग्रेस नेतृत्व के पास पड़ा है, जब मर्जी हो उस पर तारीख डाल ले, तो अब वक्त आ गया है, कांग्रेस को मजबूत करने का। अब बड़ा दिल दिखाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अडानी के इशारे पर राहुल गांधी की पद यात्रा को पलीता लगाने का काम ना करें मुख्यमंत्री। उन्होंने कहा कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, यह हाईकमान और राजस्थान के विधायक मिलकर तय कर लेंगे।

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