मध्य प्रदेश की सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे देखने को मिले: जयराम रमेश

मध्य प्रदेश की सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे देखने को मिले: जयराम रमेश

खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के भानभरड़ में आज संवाददाताओं से चर्चा में जयराम रमेश ने कहा कि मध्य प्रदेश के बुरहानपुर, खंडवा और अब खरगोन जिले में सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे देखने को मिले हैं।

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उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा सातवें राज्य मध्य प्रदेश में प्रवेश कर चुकी है, लेकिन उन्हें पूर्व के 6 राज्यों में चलने में कोई परेशानी नहीं हुई। उन्होंने कहा करीब 17 वर्षों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में वाशिंगटन जैसी सड़कों के होने के बड़े बड़े दावे करते रहे हैं, लेकिन यहां की सड़के देखकर उन्होंने खतरा महसूस किया।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि अपने बचे कार्यकाल में चौहान सड़कों को बेहतर कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सड़कें जरूर खराब है, लेकिन यहां भारत जोड़ो यात्रा को अच्छा रिस्पांस मिला है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा दरअसल कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करने वालों के लिए संजीवनी का काम कर रही है जिससे कांग्रेस संगठन और युवाओं में नई उमंग और जोश का प्रसार हुआ है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का चुनाव पर क्या असर होता है यह अलग बात है। 

उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए संगठन को और मजबूत करने, एकजुटता और अनुशासन की आवश्यकता है । उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वरिष्ठ नेता सचिन पायलट के बीच तनाव को स्वीकार करते हुए कहा कि कांग्रेस संगठन में भय या तानाशाही का माहौल नहीं है यहां हर नेता को बोलने, लिखने और इंटरव्यू देने का अधिकार है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पढ़े लिखे ,ऊर्जावान ,लोकप्रिय और करिजमेटिक सचिन पायलट और वरिष्ठ ,अनुभवी तथा कई पदों को संभाल चुके अशोक गहलोत दोनों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व व्यक्तियों के आधार पर नहीं, बल्कि संगठन को सर्वोपरि रखते हुए इस समस्या का हल निकाला जाएगा।

 उन्होंने कहा कि आज शाम करीब 6:15 बजे राहुल गांधी ओंकारेश्वर जाएंगे ,वे वहां शांति व एकता आराधना में शामिल होने के बाद ज्योतिर्लिंग के दर्शन व पूजा-पाठ करेंगे। इसके पूर्व जोड़ो यात्रा में शामिल कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि यह यात्रा उत्सव से महोत्सव में बदल चुकी है। उन्होंने कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा के भाजपा में शामिल होने तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व सचिन पायलट के बीच सामने आ रहे मुद्दों को लेकर कहा कि हम विपक्ष की इन चिंताओं से प्रसन्न है। 

उन्होंने कहा कि 1885 में गठित इस पार्टी में से कई लोग निकलकर मुख्यमंत्री एवं मंत्री बने हैं, और इसमें कुछ नया नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन विवादों से यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने अपने वामपंथ से कांग्रेस में शामिल होने व दोनों में फर्क पूछे जाने पर कहा कि दोनों में कोई फर्क नहीं है, वे पहले भी वे नेहरू को मानते थे और अब वह नेहरू की पार्टी में शामिल है।

प्रियंका वाड्रा के पुत्र रेहान के यात्रा में शामिल होने को लेकर उनकी पार्टी में लांचिंग संबंधित प्रश्न पर कन्हैया कुमार ने कहा कि यह यात्रा किसी व्यक्ति के राजनीतिक कैरियर के लिए आयोजित नहीं हुई है इसमें सभी वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा राजनीतिक होने के साथ-साथ आध्यात्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक भी है। 

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