‘डिजियात्रा’ प्रणाली में यात्रियों के आंकड़े विकेंद्रित तरीके से सुरक्षित रखे जाएंगे: सिंधिया

‘डिजियात्रा’ प्रणाली में यात्रियों के आंकड़े विकेंद्रित तरीके से सुरक्षित रखे जाएंगे: सिंधिया

नई दिल्ली। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि डिजिटल ढंग से चेहरे की पहचान कर हवाईअड्डे पर प्रवेश की सुविधा देने वाली प्रणाली ‘डिजियात्रा’ में यात्रियों से संबंधित आंकड़ों को विकेंद्रीकृत तरीके से सुरक्षित रखा जाएगा। सरकार ने दिल्ली, बेंगलुरु और वाराणसी हवाईअड्डों पर ‘डिजियात्रा’ प्रणाली की बृहस्पतिवार को शुरुआत की।

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यह चेहरे की पहचान करने वाली कागज-रहित प्रौद्योगिकी है। अगले वर्ष मार्च तक हैदराबाद, पुणे, विजयवाड़ा और कोलकाता के हवाईअड्डों पर भी ‘डिजियात्रा’ का उपयोग शुरू किया जाएगा। यह सुविधा घरेलू उड़ानों से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए है और दिल्ली हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 पर उपलब्ध है।

सिंधिया ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘डिजियात्रा’ सुविधा देश के अन्य हवाई अड्डों पर भी शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली में आंकड़ों को कूटबद्ध रूप में विकेंद्रीकृत तरीके से सुरक्षित रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था में आंकड़ों को सुरक्षित रखने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

आंकड़े यात्री के फोन में सुरक्षित होंगे और हवाईॉअड्डे के साथ साझा किया जाने वाला आंकड़ा यात्रा के 24 घंटे बाद हटा दिया जाएगा।

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