विवादास्पद तांत्रिक कंप्यूटर बाबा ने भारत जोड़ो यात्रा में लिया हिस्सा, भाजपा का हमला

विवादास्पद तांत्रिक कंप्यूटर बाबा ने भारत जोड़ो यात्रा में लिया हिस्सा, भाजपा का हमला

आगर/मालवा। विवादास्पद स्वयंभू संत नामदेव दास त्यागी उर्फ ‘कंप्यूटर बाबा’ ने शनिवार को मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लिया, जिसको लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है । सत्तारुढ़ भाजपा इस बात से हैरान है कि अतीत में अतिक्रमण के एक मामले में गिरफ्तार हो चुके कंप्यूटर बाबा राहुल गांधी के साथ कैसे यात्रा में शामिल हो सकता है।

यह भी पढ़ें- अब साल भर तक नहीं करना होगा रिचार्ज, इस कंपनी ने पेश किया धाकड़ प्लान

त्यागी के खिलाफ 2020 में इंदौर के पास उनके आश्रम में कथित तौर पर अवैध निर्माण को गिराने से पहले एक पंचायत कर्मचारी के साथ मारपीट करने के आरोप में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया था। कंप्यूटर बाबा सुबह आगर मालवा जिले के महुदिया गांव में यात्रा में गांधी के साथ शामिल हुए।

उन्होंने यात्रा में गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के साथ चलते और बातचीत करते देखा गया। वह कुछ मिनटों तक यात्रा में उनके साथ चले। हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए भाजपा नेता नरेंद्र सलूजा ने कहा, ‘‘ कन्हैया कुमार और अभिनेत्री स्वरा भास्कर के बाद अब कंप्यूटर बाबा...?

यह किस तरह की भारत जोड़ो यात्रा है?’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कंप्यूटर बाबा सरकारी जमीन पर कब्जा व अन्य मामलों में आरोपी है और इन आरोपों में वह जेल में था। सलूजा ने सवाल किया, ‘‘उनके जैसा व्यक्ति गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में साथ कैसे चल सकता है?’’

भाजपा की आलोचना का जवाब देते हुए कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल ने कहा कि कई संत और धार्मिक नेता भारत जोड़ो यात्रा का हिस्सा बन रहे हैं। यात्रा में शामिल होने के लिए सभी का स्वागत है क्योंकि यह देश के हित में है। मुकदमों के बावजूद यात्रा में कंप्यूटर बाबा के शामिल होने के सवाल पर पटेल ने कहा, ‘‘इसका यात्रा से कोई लेना देना नहीं है।

वे (भाजपा) आरोपों की जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं और किसी ने उन्हें ऐसा करने से नही रोका है।’’ त्यागी के खिलाफ नवंबर 2020 में एक पंचायत कर्मचारी के साथ मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया था। अधिकारियों ने दावा किया था कि त्यागी द्वारा कथित तौर पर अतिक्रमण से 13 करोड़ रुपये की 40 हजार वर्ग फुट जमीन को मुक्त कराया गया था। जंबूदी हप्सी गांव में सरकारी जमीन पर अवैध रुप से बने उनके आश्रम को जिला प्रशासन ने ढहा दिया था।

यह भी पढ़ें- भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए दिव्यांग, राहुल गांधी से की बातचीत