कन्नौज : जीएसटी टीम फिर सक्रिय, पांच इत्र कारोबारियों के यहां छापे

मुख्यालय से आई सूची के आधार पर कार्रवाई, दस्तावेज ले गईं टीमें

कन्नौज : जीएसटी टीम फिर सक्रिय, पांच इत्र कारोबारियों के यहां छापे

अमृत विचार, कन्नौज। साल का अंतिम महीना शुरू होने के साथ एक बार फिर से जीएसटी की टीम सक्रिय हो गई है। सोमवार को शहर के पांच स्थानों पर जीएसटी की चार टीमों ने छापेमारी की। इस दौरान टीमें सभी स्थानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज साथ लेकर गईं हैं।

जिम्मेदारों ने बताया कि मुख्यालय से आई सूची के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। जानकारी मिली थी कि शहर में कुछ फर्में बिना पंजीकरण के काम कर रहीं हैं तो कुछ कारोबारी अपनी घोषित आय कम दर्शा रहे हैं। इस पर ही कार्रवाई की गई है।

बता दें कि सोमवार को शहर में जीएसटी के अधिकारियों के नेतृत्व में बनीं चार टीमों ने पांच इत्र व्यापारियों के यहां छापेमारी कर कागज खंगाले। इससे अन्य कारोबारियों में हड़कंप की स्थिति बनी रही। जीएसटी विभाग के उपायुक्त रामनारायण आनंद व अरुण कुमार ने जानकारी दी है कि मुख्यालय को सूचना मिली थी कि शहर में कुछ इत्र कारोबारी टैक्स की चोरी कर रहे हैं।

वे अपना वार्षिक टर्नओवर असलियत से कम दर्शा रहे हैं। इस आधार पर एक सूची स्थानीय कार्यालय को भेजी गई थी। इस पर टीमों ने शहर में पांच स्थानों पर छापेमारी की। इसमें शेखाना स्थित डॉ. हाशिम सिद्दीकी के इत्र कारोबारी बेटे सारिक व बिलाल सिद्दीकी, क्वालिटी एरोमेटिक, इकबाल एंड संस नामक फर्मों समेत कुल पांच कारखाने शामिल हैं।

पता चला है कि टीमों ने सभी स्थानों पर एक से लेकर दो घंटे तक छानबीन की। टीम ने पेपरों का जांच के साथ ही स्टाक आदि का मिलान भी किया। इसके बाद टीमें जरूरी कागज आदि साथ लेकर चली गईं। जिम्मेदारों से पूछा गया कि कुछ मिला है? तो कहा कि अभी कंप्यूटर पर उपलब्ध डाटा से मिलान किया जाएगा तभी कुछ कहा जा सकेगा। इसके बाद जांच की विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी। उधर, छापेमारी से संबंधित स्थानों पर लोगों की भीड़ लगी रही। हर कोई जानने को उत्सुक था कि कहां क्या मिला है। टीमों के साथ पुलिसबल भी मौजूद था।

पिछले साल की याद हुई ताजा

जीएसटी टीम की दस्तक ने पिछले साल की याद ताजा कर दी। तब भी दिसंबर का महीना था और छापेमारी हुई थी। बस अंतर इतना था कि टीम डीजीजीआई की थी और महीने का चौथा सप्ताह था। इसके साथ ही छापा पड़ा था कंपाउंड कारोबारी पियूष जैन के यहां।

करीब हफ्ते भर की छापेमारी में नित नए खुलासे हो रहे थे। सैकड़ों करोड़ की रकम निकलने से कन्नौज पूरे देश में ही नहीं विश्व में चर्चा में आ गया था। इसके बाद 31 दिसंबर को छिपट्टी के ही इत्र उद्यमी और तत्कालीन एमएलसी पुष्पराज जैन पंपी पर भी टीम ने निशाना साधा था। यहां भी पांच दिन कार्रवाई चली थी। यह छापा भी प्रिंट व इलेक्ट्रानिक मीडिया पर खबरों में रहा। इसके साथ राजनीति भी खूब हुई थी। एक बार फिर से छापेमारी होने से लोगों को पिछले साल का दिसंबर याद आ गया।

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