अयोध्या: एक शिक्षिका जर्मनी में जमी तो दूसरी पाकिस्तान घूम कर लौटीं, जानिये क्या है मामला
शिक्षिकाओं की ओर से वर्षो तक लिए गये अवकाश पर उठ रहे सवाल
अमृत विचार, सोहावल/ अयोध्या। खंड शिक्षा क्षेत्र सोहावल की दो प्राथमिक शिक्षिकाओं के लगातार अपनी नियुक्ति की अनदेखी कर वर्षो तक विदेशों में रहकर प्रवास करने का मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंच गया है। आरोप है कि विभाग की मिलीभगत से एक शिक्षिका ने वर्ष भर में छह माह के दो चक्रों में पाकिस्तान में प्रवास किया तो दूसरी ने नियुक्ति के 15 दिन बाद ही अवकाश लेना शुरू किया तो लगभग चार साल से जर्मनी में ही जमी हुई हैं।
क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रग्घुपुर की शिक्षिका ममता ने स्कूल में 10 मई 2016 को ज्वाइन किया था। कुछ दिन बाद ही 19 दिन का अवकाश लिया। वापसी के बाद ही चार जुलाई 2016 से फिर अवकाश लिया तो पूरे 211 दिन छुट्टी पर रहीं। 21दिसम्बर से 21 फरवरी 20 तक 428 दिन स्कूल नहीं आईं । इनका अवकाश 24 अगस्त 20 से अब तक चल रहा है। बताया जा रहा है कि वह जर्मनी में हैं।
दूसरी शिक्षिका सना मुनीर की प्राथमिक विद्यालय मुबारकगंज द्वितीय में नियुक्ति है। वह पिछले वर्ष दो चक्र में छह माह के अंतराल पर दो बार छह - छह महीने की छुट्टी लेकर पाकिस्तान का प्रवास कर लगभग दो माह पहले वापस आयी हैं। इस दौरान इनका वेतन भी विभाग देता रहा। इस बाबत रग्घुपुर दोस्त के इंचार्ज प्रधानाध्यापक अखिलेश सिंह कहते हैं कि उनकी ओर से लगातार विभाग को अवगत कराते हुए रिपोर्ट दी जा रही है लेकिन किसी ने इसे संज्ञान में नही लिया।
वहीं बीएसए संतोष कुमार राय ने बताया कि विदेश जाने के लिए विभागीय सचिव से अनुमति लेनी पड़ती है। वेतन और अवकाश सभी पहलुओं की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। पूरी निष्पक्षता के साथ जांच करायी जायेगी।
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