An Army of Witches ! : फीफा विश्वकप फाइनल 2022 में अर्जेंटीना को जादूगरनियों के दम पर लियोनल मेसी ने कैसे जिताया ?
लुसैल। अर्जेंटीना ने बेहद रोमांचक फाइनल मुकाबले में फ्रांस को हराकर 36 साल बाद फीफा वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया। इसके साथ ही लियोनल मेसी का वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना पूरा हो गया। मैच में तय 90 मिनट, 30 मिनट के एक्स्ट्रा टाइम और उसके बाद पेनल्टी शूटआउट को मिलाकर कुल 12 गोल हुए। एकस्ट्रा टाइम तक दोनों टीमें 3-3 की बराबरी पर थी। पेनल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना ने 4-2 से बाजी मारी।
दरअसल, रविवार को खेले गए फीफा वर्ल्ड कप फुटबॉल फाइनल मैच में अर्जेटीना और फ्रांस के बीच सांसें रोक देने वाला खेला गया और आखिरी वक्त तक कौन जीतेगा, इसका पता किसी को नहीं था। दोनों टीमों ने जीत हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था, लेकिन अंतिम जीत अर्जेंटीना को हुई और इसके साथ ही कप्तान मेसी का वर्ल्डकप जीतने का सपना भी पूरा हो गया। लेकिन, कतर में खेले गये इस वर्ल्डकप फुटबॉल के अलग अभी एक अलग खेल चल रहा था और वो खेल था, जादू-टोने का खेल।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है, कि दर्जनों जादुगरनियां अर्जेंटीना को जीत दिलाने के लिए जादू-टोना कर रही थीं। न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, जादूगरनी मैगली मार्टिनेज (Magalí Martínez) को पता था, कि कुछ गड़बड़ है। उसे लग रहा था, कि अजेय स्टार लियोनेल मेसी फुटबॉल पिच पर खुद से ही हाथापाई कर रहे थे। उन्हें ऐसा लग रहा था, कि मेसी किसी अभिशाप से पीड़ित थे और वो बुरी नजरों के साये में थे।
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मैगली मार्टिनेज के मुताबिक, मेसी पर जादू किया गया था और चुड़ैलों ने उन्हें अपनी साया में जकड़ लिया था। जिसके बाद मैगली मार्टिनेज ने असलियत जानने और मेसी के सिर से चुड़ैल का साया हटाने के लिए जादू-टोना करना शुरू कर दिया और उसने पानी के एक कटोरे में थोड़ा सा तेल डाला। तेल अगर पानी में बिखर जाता, तो इसका मतलब होता, कि मेसी पर कोई जादू नहीं किया गया है, लेकिन अगर तेल बीच में जमा हो जाता, तो फिर मेसी पर जादू किया गया होता। मैगली मार्टिनेज ने कहा कि, जैसे ही उसने पानी में तेल को डाला, वो दंग रह गई। क्योंकि, तेल पानी में एक जगह जमा हो गया, जैसे चुंबक के आसपास लोहे की कीलें चिपक जाती हैं।
जादूगरनी मैगली मार्टिनेज ने कहा कि, उसे पता चल गया, कि मेसी के ऊपर काफी शक्तिशाली जादू किया गया है और फिर उसने ट्विटर पर मेसी के सिर से चुड़ैल का साया उतारने के लिए और जादुगरनियों से मदद मांगी। उसने ट्विटर पर लिखा, बुरी नजर ठीक करने वाली बहनों, मेसी पर गहरा असर है, मुझे आपकी मदद की जरूरत है। जिसके बाद अर्जेंटीना की जादुगरनियां एक साथ आने लगीं और उन्होंने अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप जिताने के लिए एक साथ चुड़ैल का साया हटाने के लिए काम करने का फैसला लिया।
जिसके बाद अर्जेंटीना इस वर्ल्डकप में नहीं हारा। जादुगरनियों का दावा है, कि उन्होंने अर्जेंटीना के कप्तान मेसी को जिताने के लिए अपना पूरा दांव लगा दिया था और यही वजह रही, कि फुटबॉल वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना की टीम काफी ताकतवर बनती चली गई। उन्होंने कहा कि, फाइनल मैच को लेकर भले ही 22 खिलाड़ियों पर पूरी दुनिया का फोकस था, लेकिन अर्जेंटीना की चुड़ैलों की सेना पर किसी ने गौर नहीं किया।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के हफ्तों में अर्जेंटीना की सैकड़ों जादूगरनी महिलाओं ने अपना गैंग बना लिया था। ये जादूगरनी महिलाएं अपने आप को 'चुड़ैलों की सेना या ब्रूजा' कहती हैं। उनका दावा है, कि उन्होंने अर्जेंटीना को जिताने के लिए अपने हथियार उठा लिए थे और उन्होंने काफी शक्तिशाली जादू-टोना करना शुरू कर दिया था। वो लगातार तंत्र साधना कर रहीं थीं, वो घंटों तक तंत्र साधना वाली वेदियों पर बैठी रहती थीं, उनके आगे मोमबत्तियां जलती रहती थीं और उनके हाथों में तंत्र साधना करने वाली ताबीज होती थी।
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उनका मकसद बस एक था, अपने देश को फुटबॉल वर्ल्डकप में जीत दिलाना, जो पिछले 36 सालों से कप नहीं जाता था। मेस्सी के गृहनगर रोसारियो में एक 'जादूगरनी' और हाई स्कूल शिक्षक 27 साल की रोसीओ कैब्राल मेन्ना ने कहा कि, हम खुद को एजेंट के रूप में सोचते हैं, जो प्यार कर सकती हैं, देखभाल कर सकती हैं, रक्षा कर सकती हैं और खुशी बो सकती हैं। रोसीओ कैब्राल मेन्ना ने कहा कि, अर्जेंटीना के हर मैच से पहले वो जादू-टोना करती थीं। उन्होंने कहा कि, खिलाड़ी मैदान पर प्रतिस्पर्धा कर रहे थे, और अर्जेंटीना में चुड़ैलों की सेना उन्हें ताकत प्रदान कर रही थी।
वर्ल्डकप फुटबॉल शुरू होने के बाद सबसे बड़ा उलटफेर उस वक्त हुआ था, जब मेसी की अर्जेंटीना टीम अपने से काफी कमजोर सऊदी अरब की टीम से हार गई थी। अर्जेंटीना की हार ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था, जिसे अर्जेंटीना की जादूगरनियों ने विरोधी चुड़ैलों का साया बताया। और फिर 'चुड़ैलों की सेना' का निर्माण किया गया। सऊदी अरब से मैच हारने के बाद अर्जेंटीना की जादूगरनियों ने एक वाट्सएप ग्रुप बनाया और उन्होंने इसका नाम अर्जेंटीना एसोसिएशन ऑफ विच नाम दिया।
वाट्सएप ग्रुप बनाने वाली 23 साल की एंटोनेला स्पाडाफोरा ने कहा कि, मैंने सोचा था कि ज्यादा से ज्यादा 10 लोग इस ग्रुप में होंगे, लेकिन कुछ दिनों के भीतर इस ग्रुप में 300 से ज्यादा लोग शामिल हो गए। पिछले हफ्ते इतनी डिमांड बढ़ गई, कि उन्होंने ट्विटर अकाउंट शुरू कर दिया। सात दिनों में इसके 25,000 फॉलोअर्स हो गए।
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