मेरठ: चार माह बाद भी नहीं बनी एप्रोच रोड, अब पेटून पुल का सहारा
मेरठ, अमृत विचार। मेरठ के हस्तिनापुर में चार माह पहले गंगा में ऊफान आने के दौरान मेरठ से बिजनौर को जोड़ने वाले पुल की एप्रोज रोड धस गई थी। अधिकारियों ने एक दूसरे पर एप्रोज रोड के धस जाने का रोना रोया। चार माह बीज जाने के बाद भी एप्रोज रोड ठीक नहीं हो सकी है। अब, प्रशासनिक अधिकारियों ने पेटून पुल बनाकर फिर से संपर्क मार्ग को शुरू किया है।
हस्तिनापुर में भीमकुंड गंगा पुल की एप्रोच रोड 28 जुलाई को गंगा के कटान में बह गई थी। चार माह से अधिक बीत जाने के बाद भी गंगा पार खेती करने वाले किसानों के साथ मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद आदि जिलों के राहगीरों को गंगा पुल के संपर्क मार्ग के ठीक न होने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व में नाव का सहारा लिया गया। लेकिन, अवैध रूप से नाव चलने से हादसा हो गया था। जिसके बाद नाव का संचालन भी प्रशासन ने बंद करा दिया। अब दोबारा से प्रशासन ने खेड़ी कला के पास पेटून पुल का विकल्प तौर पर संचालन शुरू कर दिया है। जहां, किसान कृषि यंत्र गंगा पार ले जाने लगे है।
किसानों का कहना है कि जब तक गंगा पुल की एप्रोच रोड दुरुस्त होती है, तब तक गंगा में बनाया गया यह पेटून पुल उनके लिए काफी राहत भरा साबित होगा। हालांकि, एप्रोच रोड दुरुस्त न होना भी एक सवाल है। शुभारंभ से पहले ही एप्रोच पुल धस गया। परंतु, अभी तक उच्चाधिकारियों ने इसको लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
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