जम्मू-कश्मीरः वादे पूरा नहीं किये गये तो आंदोलन तेज करेंगे: रहबर-ए-खेल शिक्षक

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Published By Om Parkash chaubey
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जम्मू। जम्मू-कश्मीर रहबर-ए-खेल शिक्षकों ने राज्य प्रशासन से किए गये वादों को पूरा करने की अपील करने की साथ उन्हें पूरा न किये जाने की सूरत में आंदोलन तेज करने की धमकी दी है। जम्मू-कश्मीर रहबर-ए-खेल शिक्षक संघ के बैनर तले सोमवार को सैकड़ों रहबर-ए-खेल शिक्षकों ने लगातार सातवें दिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय के बाहर अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखा।

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रहबर-ए-खेल शिक्षकों ने एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरज सलारिया के नेतृत्व में उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा के वादों को प्रशासन को याद दिलाने का दावा करते हुए विरोध प्रदर्शन किया, जो उन्होंने 29 मई, 2022 को श्रीनगर में राजभवन में उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ किये थे।

श्री सलारिया ने कहा, “ भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने भी हमारे मुद्दों को हल करने के लिए एक समिति बनाई, लेकिन समिति ने अभी तक अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है और अगर हमारी जायज मांगें पूरी नहीं हुईं, तो हम विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे। ” उन्होंने कहा कि एलजी प्रशासन ने हाल ही में कैबिनेट द्वारा अनुमोदित नीति में रहबर-ए-खेल शिक्षकों के लिए ‘फ्रीज’ पदों को ‘डी-फ्रीज’ करने का प्रस्ताव दिया है।

पूर्व उप-राज्यपाल जी सी मुर्मू ने रास्ता खोजने के लिए एक समिति का गठन किया था, जो रहबर-ए-खेल शिक्षकों की पीड़ा को कम करें (आरईटी पैटर्न के अनुसार परिवीक्षा अवधि को सात साल से घटाकर पांच साल करें और वेतन में वृद्धि करें) क्योंकि तकनीकी रूप से प्रति माह 3000 रुपये की मामूली राशि पर जीवित रहना असंभव है। उन्होंने हालांकि,कहा कि समिति द्वारा दिए गए एक हालिया प्रस्ताव में रिक्त पदों को भर्ती एजेंसियों को भेजने का प्रस्ताव दिया है।

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