मुरादाबाद : उत्साहित खेल प्रेमी बोले, हॉकी में भारतीय टीम की होगी बल्ले-बल्ले

Amrit Vichar Network
Published By Priya
On

1975 में जीते थे विश्वकप, 48 साल का सूखा खत्म करने मैदान पर उतरेगी टीम इंडिया, टोक्यो-2020 ओलंपिक में कांसा जीत हॉकी प्रेमियों में जगाई विश्व विजेता बनने का आस

मुरादाबाद, अमृत विचार। हॉकी वर्ल्ड कप को लेकर हॉकी प्रेमी उत्साह से लबरेज हैं। सभी को उम्मीद है कि टीम इंडिया घरेलू मैदान पर विश्व विजेता बनने उतरेगी। भारतीय टीम ने आखिरी बार 1975 में वर्ल्ड कप जीता था। उसके बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। अब 13 जनवरी से राउरकेला और भुवनेश्वर में हॉकी वर्ल्ड कप शुरू हो रहा है। हॉकी प्रेमियों को देश की टीम को विश्व विजेता बनने की आशा है। 
  
दावा है कि भारतीय टीम दोबारा विश्व चैम्पियन बनेगी। अगर हॉकी के वैश्विक इतिहास पर नजर डालें तो भारत की टीम ने ओलंपिक खेलो में पहली बार वर्ष 1928 में प्रतिभाग किया। जिसमें गोल्ड से शुरुआत की। ओलंपिक में टीम का जलवा जारी रहा और लगातार साल 1932, 1936, 1948, 1952, और 1956 में गोल्ड जीता। साल 1928 से 1956 तक भारतीय हॉकी का स्वर्णिम काल रहा। इसके बाद 1960 के रोम ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था और एक बार फिर भारत 1964 के टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने में कामयाब रहा। इसके बाद दो ओलंपिक 1968 और 1972 में ब्रांज मेडल जीता था। 
 
आखिरी बार मास्को ओलंपिक में 1980 में गोल्ड जीता था। ओलंपिक के इतिहास में अब तक भारत की राष्ट्रीय हॉकी टीम ने आठ गोल्ड, एक सिल्वर और तीन ब्रांज सहित कुल 12 मेडल जीते हैं। यहीं नही भारतीय टीम ने 1975 में वर्ल्ड कप भी जीता। वर्ष 1982 में जब भारतीय क्रिकेट टीम ने कपिल देव की कप्तानी में विश्व कप जीता, तो उसके बाद देश से हॉकी की दीवानगी कम हो गई और देश धीरे-धीरे हॉकी में पिछड़ती गई। हालात इतने खराब हो गए कि भारतीय टीम 1980 के बाद न तो कई विश्व कप जीती और न ही ओलंपिक में गोल्ड जीती। 
 
मगर भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो 2020 ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर हॉकी प्रेमियों को जैसे नई ऊर्जा दे दी है। इस जीत से भारत में दोबारा हॉकी प्रेमियों के चेहरों पर खुशी आई है। 13 जनवरी से राउरकेला और भुवनेश्वर में हॉकी वर्ल्ड कप शुरू हो रहा है। जिसमें टीम की कप्तानी हरमनप्रीत सिंह करेंगे। हॉकी प्रेमियों की मानें तो इस बार 48 साल का सूखा खत्म हो जाएगा। यह टीम विश्व विजेता बनकर पूरी दुनिया पर राज करेगी। 

वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में नए खिलाड़ियों की अधिक संख्या देखने को मिलेगी। जो निरंतर कैंप में मेहनत करते रहे। अब उन्हें देश के लिए मेडल लाने का मौका मिला है। ललित और हरमन अनुभवी खिलाड़ी हैं। इसका टीम को फायदा मिलेगा। - इकबाल खान, हॉकी कोच (जीआईसी हॉकी मैदान)

मैं खुद नेशनल खिलाड़ी हूं। स्पोर्ट्स कोटा से मेरा चयन इंडियन एयर फोर्स टीम में हुआ था। मेरी शुभकामना टीम के साथ हैं। इस टीम में मेरे कई साथी खेल रहे हैं। जिनके साथ में नेशनल कैंप में खेला था। टीम में उत्तर प्रदेश से भी खिलाड़ी हैं, जो देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।- मोहम्मद अली, खिलाड़ी, इंडियन एयरफोर्स

एक समय पर भारतीय हॉकी ने पूरे विश्व पर राज किया था। मगर धीरे-धीरे हमारी टीम ने अपनी धाक खो दी। सच कहूं तो आज भी हमारे देश में हॉकी लोगों के खून में हैं। हमारी टीम ने बहुत सालों बाद ओलंपिक में अच्छा किया हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि इस बार टीम विश्व विजेता बनेगी। - नागेंद्र सिंह, हॉकी प्रशिक्षक

टीम से बहुत उम्मीदे हैं। हरमनप्रीत टीम के कप्तान ही नहीं, टीम में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी हैं। टीम में नए के साथ सीनियर खिलाड़ी भी हैं। इस टीम में कितनी काबिलियत है यह 2020 के ओलंपिक में पहले ही साबित कर चुकी है। इस बार हमारी टीम ही विश्व कप जीतेगी।- अवधेश कुमार, हॉकी खिलाड़ी

ये भी पढ़ें:- अमिषा राजपाल हत्याकांड: सीओ जीआरपी ने बरेली में दर्ज किया मृतका के परिजनों का बयान

संबंधित समाचार