लखनऊ : पुराने मीटर से ही बिजली का कनेक्शन देने का निर्णय

उपकेंद्र से लेकर अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता के चक्कर काटकर थक चुके हैं उपभोक्ता

लखनऊ : पुराने मीटर से ही बिजली का कनेक्शन देने का निर्णय

अमृत विचार,लखनऊ। प्रदेश में बिजली विभाग के पास नये मीटरों की भारी कमी है, जिसके चलते उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नए कनेक्शन के लिए उपभोक्ता झटपट पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करने के बाद महीनों इंतजार करते रहते हैं। यही नहीं उपभोक्ता उपकेंद्र से लेकर अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता तक के चक्कर काटकर थक चुके हैं। लेसा में ही पांच हजार कनेक्शनों के आवेदन लंबित हैं। इसके लिए अब बिजली विभाग ने पुराने मीटर पर ही कनेक्शन देने का निर्णय लिया है।

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने ऑनलाइन कनेक्शन के लिए झटपट पोर्टल बनाया है। इस पोर्टल पर आवेदन के बाद नए कनेक्शन देने की प्रक्रिया पावर कारपोरेशन से ही शुरू होती है। सात दिन के अंदर हर हाल में उपभोक्ता को कनेक्शन मुहैया कराने का दावा किया जाता है। लेकिन विभाग के सारे दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं।

सात दिन में कनेक्शन किसी कीमत पर नहीं मिल पा रहा है। उपभोक्ताओं को कई-कई महीने इंतजार करना पड़ रहा है। इसकी सबसे खास वजह मीटरों की कमी होना है। अब उपभोक्ताओं को संतुष्ट करने के लिए पुराने मीटर पर ही नया कनेक्शन देने की कवायद शुरू की गई है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खगारौत ने मीटरों की कमी पर कहा कि लखनऊ समेत मध्यांचल के 19 जिलों में कुछ जगह मीटरों की कमी से दिक्कत हो रही है। मीटर की सप्लाई के लिए फर्मों को ऑर्डर कर दिया है। जल्द मीटर उपलब्ध होगा। पुराने मीटर से कनेक्शन देने की कवायद भी शुरू की गई है।

राजधानी में भी नहीं उपलब्ध हो पा रहा कनेक्शन

राजधानी लखनऊ में 140 से ज्यादा बिजली घर हैं और सभी में पंद्रह से ज्यादा आवेदन लंबित चल रहे हैं। मीटरों की कमी से आवेदकों को समय पर कनेक्शन उपलब्ध ही नहीं हो पा रहा है। अधिकारी आपस में एक-दूसरे उपकेंद्रों से मीटर मंगाकर उपभोक्ता के घर पर लगा पा रहे हैं। एस्टीमेट का पैसा जमा करने के बाद भी कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। हालांकि पुराने मीटर से कनेक्शन देने के निर्णय के बाद उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिलेगी।

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