भूकंप आते ही डेस्क के नीचे बैठ गये बच्चे, बिना डरे किया अपना बचाव

केंद्रीय विद्यालय अमहट में एनडीआरएफ की टीम ने किया मॉक ड्रिल 

भूकंप आते ही डेस्क के नीचे बैठ गये बच्चे, बिना डरे किया अपना बचाव

अमृत विचार,सुलतानपुर। जिले के अमहट स्थित केंद्रीय विद्यालय में आपातकालीन घंटी बजते ही बच्चे बिना घबराये डेस्क के नीचे बैठ गये और अपने सिर को अपने हाथों से ढक लिया। इस दौरान बच्चों का आत्म विश्वास देखने वाला था। बच्चे बिना घबराये सावधानी के साथ डेस्क के नीचे तब तक बैठे रहे जब तक शिक्षकों ने उन्हें मैदान में पहुंचने के लिए नहीं कहा। शिक्षकों का निर्देश मिलते ही बच्चे मैदान में पहुंच गये।

दरअसल, बुधवार को केंद्रीय विद्यालय अमहट में करीब 11 : 30 बजे मॉक ड्रिल की शुरुआत हुई। 11 : 35 पर अचानक स्कूलों की आपातकालीन घंटी बजी, तो छात्रों को भूकंप आने की सूचना दी गई। क्योंकि छात्र पहले से ही प्रशिक्षित हैं कि भूकंप के दौरान क्या करना चाहिए। इसलिए छात्र घबराए नहीं, बल्कि सावधानी से डेस्क के नीचे सिर ढंककर बैठ गए और डेस्क को कसकर पकड़ लिया। भूकंप थमने के बाद छात्र खुले स्थान पर इकट्ठा हुए जहां उनका हेड काउंट किया गया।

बाद में इसकी सूचना एनडीआरएफ टीम को दी गई,जिसके बाद टीम घटना स्थल पर पहुंची और तुरंत ही बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया गया। इसी बीच सूचना मिलती है कि कुछ लोग बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल में फंसे हुए हैं, जहां पहुंचना बहुत ही मुश्किल था,लेकिन एनडीआरएफ की रोप रेस्क्यू टीम के बचावकर्ता रोप तकनीकों का इस्तेमाल कर बिल्डिंग के ऊपरी मंजिल पर पहुंचकर फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।

इसी दौरान सूचना मिलती है कि बिल्डिंग के भूतल में भी कुछ लोग फंसे हैं। एनडीआरएफ की सीएसएसआर टीम के बचावकर्ता अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए दीवार को काटकर पीड़ित तक पहुंचे। उनको फर्स्टएड दिया और सुरक्षित बाहर निकालकर अस्पताल के लिए रवाना किया।  भूकंप आपदा को लेकर एनडीआरएफ की तरफ से केंद्रीय विद्यालय अमहट में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया।

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