शिक्षक बोले : पुरानी पेंशन बहाली तो की नहीं, थमा दिया टैक्स का झुनझुना

शिक्षक बोले : पुरानी पेंशन बहाली तो की नहीं, थमा दिया टैक्स का झुनझुना

अमृत विचार,अयोध्या। आम बजट में पुरानी पेंशन बहाली की आस संजोये शिक्षकों को गहरी निराशा हाथ लगी है। बुधवार संसद में पेश किए गए बजट को लेकर शिक्षकों ने कोई खास उत्साह नहीं जाहिर किया है। हालांकि इन्कम टैक्स में छूट बढ़ाए जाने पर कुछ संतुष्टि जरूर जाहिर की है। शिक्षकों का कहना है कि सबसे बड़ी आस तो नहीं पूरी हुई बाकी तो सब झुनझुना है। शिक्षकों का कहना है कि बजट बहुत संतोषजनक नहीं है। 

शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी अनूप द्विवेदी का कहना है कि टैक्स स्लैब में छूट से अधिक आय वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को राहत जरूर मिलेगी लेकिन पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार द्वारा निर्णय न लेना अत्यंत निराशाजनक है। सरकार को 2024 से पहले पुरानी पेंशन जरूर बहाल करना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो भविष्य में दिक्कत होगी। शिक्षक अनुज सिंह ने कहा कि शिक्षकों और कर्मचारियों के हित को देखते हुए टैक्स स्लैब को बेहतर बनाया जाना चाहिए था।

जिससे सभी प्रकार के आय वाले शिक्षकों और कर्मचारियों को राहत मिलती है। एआरपी डा नीरज शुक्ला का कहना है कि देश के विकास के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर किया गया निवेश मील का पत्थर साबित होगा | टैक्स स्लैब में परिवर्तन कर कर्मचारियों को खुश करने का प्रयास किया गया लेकिन पुरानी पेंशन की आस संजोए बैठे कर्मचारियो को निराशा हाथ लगी है।

प्रधानाध्यापक अखिलेश यादव का कहना है कि सरकार के बजट से शिक्षकों और  कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाली न होने से निराशा है। वही टैक्स स्लैब से भी विशेष फायदा नहीं होने वाला है। बजट से शिक्षकों और कर्मचारियों को बेहद उम्मीदें थी। शिक्षक डा सत्यप्रकाश मिश्रा का कहना है कि सरकार का बजट शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए राहत भरा है आम जनता को भी इस बजट से राहत मिलेगी।

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