अयोध्या : विहिप के अखिल भारतीय संगठन महामंत्री ने कहा, महिलाओं की रक्षा के लिए प्रारंभ हुई थी पर्दा प्रथा
अमृत विचार, अयोध्या। विश्व हिंदू परिषद अयोध्या महानगर की ओर से बुधवार को डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में समरसता सम्मेलन आयोजित किया गया। बतौर मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के अखिल भारतीय संगठन महामंत्री विनायक दामोदर देश पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि तत्वज्ञान में हम महान हैं परंतु आचरण हमारा वैसा नहीं है और जिस समाज की कथनी और करनी में अंतर होता है वह समाज महान और दीर्घजीवी नहीं हो सकता।
उन्होंने महिलाओं की दशा पर चर्चा करते हुए कहा कि 12वीं सदी के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए उन पर बहुत से प्रतिबंध लगाए गए। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज में सामाजिक भेदभाव और छुआछूत की जो भयंकर बीमारी है यह अत्यंत लज्जास्पद है। उन्होंने कहा कि गुरु गोलवलकर कहते थे अस्पृश्यता का हिंदू धर्म में कोई स्थान नहीं है और विहिप का मुख्य कार्य जन जागरण एवं सेवा है। तिवारी मंदिर के महंत गिरीश पति त्रिपाठी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
गिरीश पति ने कहा कि अयोध्या ने सभी के लिए अपने द्वार खोलें शायद इसीलिए सभी धर्मों के महापुरुषों ने अयोध्या का अवलंबन जरूर लिया। कार्यक्रम का संचालन मंत्री विवेक शुक्ल ने किया। विहिप के प्रचार प्रसार प्रमुख डॉ. शैलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि सम्मेलन में अवध प्रांत के संगठन मंत्री राजेश, नगर पालिका फैजाबाद के पूर्व चेयरमैन विजय कुमार गुप्त, सुबंधु, मोहित, विजय कुमार सिंह बंटी, धीरेश्वर वर्मा, सुनीता श्रीवास्तव, अरुण मिश्र, दिव्यांशु, रीना द्विवेदी, काजल पाठक, अश्वनी प्रताप सिंह, उदयभान उपाध्याय, शिव कुमार मौर्य, संदीप कुमार श्रीवास्तव, श्याम जी साहू, अरविंद चौरसिया, अभिषेक प्रताप सिंह, अभिषेक सिंह राठौर, आशुतोष, लाल योगेश प्रताप सिंह व मीना सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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