.jpg)
बरेली: चढ़ावे का फेर... एरियर बिल की फाइल आगे नहीं बढ़ रही, शिक्षक काट रहे चक्कर
बिल भुगतान के लिए शिक्षक बीआरसी कार्यालयों के काट रहे चक्कर
बरेली, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अधिकतर काम ऑनलाइन माध्यमों से किए जा रहे हैं। बावजूद शिक्षकों को राहत नहीं मिल रही है। उनके एरियर का बिल करीब 3- 4 माह से बीआरसी कार्यालयों पर जमा है, लेकिन उन बिलों को आगे नहीं बढ़ाया जा रहा है। इस वजह से एरियर का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
सूत्रों के अनुसार एरियर से संबंधित फाइलों को रोककर शिक्षकों से मोटी कमाई की जाती है। शिक्षकों के मुताबिक बीआरसी कार्यालय के लिपिकों से फाइलों को आगे बढ़ाने के लिए कई बार गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इनमें अधिकतर शिक्षक नवीन तैनाती वाले हैं, जिन्होंने करीब पांच माह पूर्व ही जनपद के स्कूलों में नियुक्ति पाई है। यह स्थिति जनपद के दमखोदा, शेरगढ़, मझगवां, मीरगंज समेत कई ब्लाकों में बनी हुई है।
शिक्षकों का दर्द
दमखोदा ब्लॉक में तैनात शिक्षक रवि प्रकाश ने बताया कि दो माह पहले ही उन्होंने एरियर की फाइल बीआरसी पर जमा करा दी थी। कई बार खंड शिक्षा अधिकारी से भी फाइल आगे बढ़ाने की गुहार लगा चुके हैं। इसी ब्लॉक के अनुज कुमार और पवेंद्र कुमार भी विभागीय कर्मियों की लापरवाही के कारण परेशानी का सामना कर रहे हैं।
शेरगढ ब्लॉक के शिक्षक विशाल का कहना है कि जो विभागीय कर्मियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं उनकी फाइलें शीघ्र ही आगे भेज दी जाती हैं, मगर उनकी फाइल दो माह से बीआरसी कार्यालय में ही धूल फांक रही है। मीरगंज ब्लॉक में तैनात कनिका मलिक, मझगवां की जया कोच्चर, आलमपुर की शिवानी बंधु समेत कई ऐसे शिक्षक एवं शिक्षिकाएं हैं, जो कई महीनों से अपने एरियर के भुगतान के लिए बीआरसी कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। दमखोदा ब्लॉक के खंड शिखा अधिकारी प्रेम सुख गंगवार का कहना है कि उन्हीं शिक्षकों का एरियर रुका होगा, जिनका सत्यापन नहीं हुआ है, जबकि पीड़ित शिक्षकों का वेतन लगातार जारी हो रहा है।
किसी भी ब्लॉक में शिक्षकों का एरियर बिल रोका जाना नितांत अनुचित है, जबकि इस संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को कोई भी बिल नहीं रोकने के कड़े निर्देश भी दिए गए हैं। इसकी तत्काल जांच कर संबंधित बीईओ के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी- विनय कुमार, बीएसए।
बीआरसी स्तर पर कई- कई माह तक शिक्षकों की फाइलें लंबित रखी जाती हैं। बल्कि कई बार तो डेढ़- डेढ़ वर्ष बाद एरियर के लंबित बिल भेजे जाते हैं। वित्त एवं लेखाधिकारी के स्तर से किसी प्रकार की फाइल नहीं रोकी जाती है- योगेश कुमार, वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक।
क्या कहते हैं शिक्षक नेता
जनपद के सभी बीआरसी कार्यालयों में शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है। दो- तीन माह से शिक्षकों का एरियर बिल रोका जाना, इससे प्रतीत होता है कि विभागीय कर्मियों की मंशा साफ नहीं और इसकी आड़ में शिक्षकों को प्रताड़ित किया जा रहा है- नरेश गंगवार , जिलाध्यक्ष, यूपी प्राथमिक शिक्षक संघ।
शिक्षकों को अपने ही एरियर बिल के लिए कार्यालयों के चक्कर काटना दुर्भाग्य पूर्ण है। सभी बीआरसी कार्यालयों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। शिक्षक हितों में यह किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा-विनोद कुमार, शिक्षक नेता, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ।
ये भी पढ़ें- बरेली: टुकड़ों में मिल रहे रिजेंट, जांच कराने में मरीजों का फूल रहा दम
Comment List