Ambergris : असम में बरामद की 27 करोड़ रुपए की संदिग्ध 'व्हेल की उल्टी'
गुवाहाटी। कस्टम विभाग ने गुवाहाटी (असम) में 11 किलोग्राम से अधिक संदिग्ध ऐम्बरग्रीस (व्हेल की उल्टी) को बरामद किया है। कस्टम विभाग ने संदिग्ध ऐम्बरग्रीस की तस्वीर शेयर कर बताया कि इसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में करीब ₹27 करोड़ है। गौरतलब है कि स्पर्म व्हेल के पाचन तंत्र में उत्पन्न होने वाले ऐम्बरग्रीस का इस्तेमाल परफ्यूम बनाने में होता है।
असम के गुवाहाटी सीमा शुल्क विभाग की एक टीम ने रविवार को गुवाहाटी में अंतरराष्ट्रीय बाजार में 26.91 करोड़ रुपये मूल्य का 11.56 किलोग्राम ठोस मोम ज्वलनशील पदार्थ, हल्का भूरा/काले रंग का एम्बरग्रिस- जिसे आमतौर पर व्हेल उल्टी के रूप में जाना जाता है, जब्त किया गया है। इसे लेकर एक अधिकारी ने कहा कि संदिग्ध एम्बरग्रीस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 91 करोड़ रुपये है। बता दें कि अधिकारी सभी आरोपियों से पूछताछ करने में लगे हुए है। एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सब गुवाहाटी सीमा शुल्क डिवीजन के डिवीजनल प्रिवेंटिव फोर्स द्वारा जब्त किया गया था।
Divisional Preventive Force of Guwahati Customs Division seized 11.56 kgs of a solid wax inflammable substance, dull greyish/blackish colour suspected to be Ambergris (commonly known as Whale Vomit) valued at ₹ 26.91 crores in international market at Guwahati on 05.02.2023. pic.twitter.com/fV0MQcInUT
— Customs (Preventive), NER Shillong (@CustomsNer) February 5, 2023
बता दें कि एम्बरग्रिस शुक्राणु व्हेल के पाचन तंत्र में उत्पन्न होता है। यह भूरे और काले रंग का होता है। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की रिपोर्ट में बताया गया है कि यह आमतौर पर मालदीव, चीन, जापान, भारत, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, मेडागास्कर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के समुद्री तटों पर पाया जाता है। इससे निकाले गए एंब्रेन का इस्तेमाल परफ्यूम की खुशबू बढाने के लिए किया जाता है।
वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची के तहत भारत में एम्बरग्रीस को बेचना और उसपर कब्जा करना दोनों ही अवैध हैं। डीआरआई की रिपोर्ट के मुताबिक, 2021-22 के दौरान केंद्रीय और राज्य दोनों कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा एम्बरग्रिस की जब्ती के मामले देखने को मिले हैं।
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