Earthquake: तुर्की में दोबारा महसूस किए गए भूकंप के झटके, मोदी ने जताया शोक, सहायता का दिया भरोसा

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Published By Ashpreet
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अंकारा/बेंगलुरु। तुर्की और सीरिया में सोमवार सुबह 7.8 तीव्रता का भूकंप आने के बाद तुर्किये में दोपहर को फिर भूकंप महसूस हुआ और इस बार तीव्रता 7.6 दर्ज की गई। 7.6 तीव्रता वाला यह भूकंप दक्षिण तुर्किये के एल्बिस्टन ज़िले में महसूस हुआ। तुर्किये और सीरिया में भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या 1,300 से अधिक हो गई है।

तुर्की के दक्षिण में सीरियाई सीमा के पास स्थानीय समयानुसार सवेरे 04:17 बजे भूकंप का एक शक्तिशाली झटका महसूस किया गया है। पहले झटके के कुछ मिनट बाद एक और शक्तिशाली झटका महसूस किया गया जिसमें तुर्की और सीरिया में भारी तबाही मचाई है। अब तक 1300  से अधिक लोगों के मरने की खबर है जबकि 5300 से अधिक अन्य घायल हैं। 

तुर्की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा है कि पूरे इलाक़े में एक के बाद एक 40 से अधिक झटके महसूस किए गए हैं। तुर्की समेत लेबनान, सीरिया, साइप्रस, इसराइल और फ़लस्तीन में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं जिसमें बड़े पैमान पर जान-माल का नुकसान हुआ है। देश में आपातकाल लागू कर दिया है। वहां तेज़ी से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। 

अधिकारियों के अनुसार सीरिया में भी भूकंप के कारण भीषण तबाही की ख़बर है। वहां अब तक 237 से अधिक लोगों की मौत की ख़बर है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य अभी जारी है और उन्हें नहीं पता कि हताहतों की संख्या कितनी बढ़ेगी। तुर्की में सोमवार तड़के एक के बाद भूकंप के दो शक्तिशाली झटके महसूस किए गए हैं। बीबीसी ने बताया है कि भूकंप प्रभावित इलाकों में इमारतों को भारी नुक़सान पहुंचा है। तुर्की में तेज़ी से बचाव कार्य किया जा रहा है, लेकिन अधिकारी आशंका जता रहे हैं कि अभी भी कई लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तुर्की और सीरिया में सोमवार को विनाशकारी भूकंप में हुयी जन-धन की हानि पर गहरा दुख जताया है और दोनों देशों को संकट की इस घड़ी में भारत से सहायता की प्रतिबद्धता जतायी है। मोदी ने बेंगलुरु में विद्युत क्षेत्र पर एक सम्मेलन का उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए तुर्की में भूकंप से भारी हानि का जिक्र किया।

 मोदी ने कहा, वर्तमान में हम सभी की नजर तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप पर टिकी हुई हैं, जिसके कारण कई लोगों की दुखद मौत और व्यापक क्षति हुई है। देश के 140 करोड़ लोगों की सहानुभूति तुर्की के भूकंप पीड़ितों के साथ है। हम भूकंप पीड़ितों की हरसंभव सहायता करने को तैयार हैं।  

प्रधानमंत्री ने बाद में ट्विटर में संदेश में कहा,  यह जानकर मुझे गहरी पीड़ा हुयी कि इस विनाशकारी भूकंप से सीरिया में भी नुकसान हुआ है। वहां भूकंप में मारे गए व्यक्तियों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। हम संकट की इस घड़ी में सीरिया के लोगों के दुख से दुखी हैं और उन्हें सहायता और सहयोग देने को प्रतिबद्ध हैं।  गौरतलब है कि दक्षिणी तुर्की और उत्तरी सीरिया में सोमवार तड़के 7.4 तीव्रता वाला एक शक्तिशाली भूकंप आया जिससे इन दोनों देशों में बड़ी संख्या में इमारतें और मकान ढह गए हैं तथा सैकड़ों लोग हताहत हुए हैं।

भूकंप के झटके लेबनान, इजरायल और इराक सहित पूरे क्षेत्र में महसूस किए गए। इस समय भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है, तुर्की और सीरिया दोनों ने उच्चतम स्तर के संकट की चेतावनी जारी की है। सीरिया भूकंप के प्रभावों को समाप्त करने के लिए सशस्त्र बलों को लगाने का विचार कर रहा है। अमेरिका और इजराइल सहित कई अन्य देशों ने भी मदद की पेशकश की है।

अमेरिका में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने ट्वीट किया, “अमेरिका, तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से बहुत चिंतित है। मैं तुर्की के अधिकारियों के संपर्क में हूं जिससे हम किसी भी और सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार रहें। हम तुर्की के साथ समन्वय करते हुए स्थिति की बारीकी निगरानी कर रहे हैं।  प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार, सीरिया और तुर्की में भूकंप से करीब चार सौ लोगों की मौत हुयी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। 

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