बांदा: आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान ने फंदा लगाकर दी जान
नरैनी, (बांदा)। सड़क दुर्घटना में दोनों हाथ और पैर गंवाने के बाद इलाज को तकरीबन तीन लाख रुपया कर्ज लेने के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान ने सूना मौका पाकर गले में फांसी का फंदा कस लिया, जिससे उसकी मौक पर ही मौत हो गई। अचानक हुई इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा है।
कालिंजर थाना क्षेत्र के परसहर गांव के मजरा बरियारपुर निवासी श्यामबहादुर पटेल (55) पुत्र हरिपसाद ने गुरुवार दोपहर सूना मौका पाकर अपने घर के अंदर लकड़ी की धन्नी में साड़ी का फंदा बनाकर गले में कस लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के समय घर के सभी सदस्य खेतों में काम करने गये थे।
मृतक अपने पीछे तीन पुत्र दिनेश, पुष्पेंद्र और अखिलेश को अपने हाल पर छोड़ गया है। मृतक के बड़े पुत्र दिनेश ने बताया कि उसके पिता की एक वर्ष पहले मोटरसाइकिल से दुर्घटना हो गई थी, जिसमें उसके दोनों हाथ व पैर टूट गये थे। तब से बराबर सतना में इलाज चल रहा था। इस बीच दो बार ऑपरेशन भी हुआ लेकिन सुधार नहीं हो पाया। इलाज में काफी पैसा खर्च हुआ, जिससे घर की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई।
लोगों से कर्ज लेकर इलाज करवाना पड़ रहा था। गुरुवार को घर में सूना मौका पाकर पिता श्यामबहादुर ने खुदकुशी कर ली। मृतक के पास सिर्फ 5 बीघा जमीन है। आर्यावर्त बैंक से 1 लाख और साहूकारों से तकरीबन 2 लाख कर्ज ले रखा है। कर्ज भरने का उनके पास कोई साधन नहीं है। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कालिंजर थानाध्यक्ष नरेश प्रजापति ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
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