कर्नाटक: मंत्री मधुस्वामी ने कहा- डॉ भीम राव आंबेडकर के अपमान को नहीं करेंगे बर्दाश्त 

कर्नाटक: मंत्री मधुस्वामी ने कहा- डॉ भीम राव आंबेडकर के अपमान को नहीं करेंगे बर्दाश्त 

बेंगलुरु। बेंगलुरु में हाल में एक निजी ‘डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी’ में एक आपत्तिजनक नाटक के मंचन के मद्देनजर कर्नाटक सरकार ने बुधवार को कहा कि वह भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीम राव आंबेडकर के किसी भी अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगी। कर्नाटक विधानसभा में शून्यकाल के दौरान जनता दल(सेक्युलर) विधायक डॉ. के. अन्नादानी ने आंबेडकर को कथित तौर पर नीच दिखाने वाले नाटक के मंचन का मुद्दा उठाया।

ये भी पढ़ें - कोयम्बटूर कार विस्फोट: NIA ने मारे तमिलनाडु में 40 ठिकानों पर छापे

अन्नादानी ने कहा, ‘‘सरकार ने कुछ लोगों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की है। आंबेडकर का इस तरह का अपमान अस्वीकार्य है। डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा वापस लिया जाए और शैक्षणिक संस्थान को दी गई सभी सुविधाएं वापस ली जाए।’’ साथ ही, वह विधानसभा अध्यक्ष के आसन के करीब पहुंच गये।

कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री जे सी मधुस्वामी ने जवाब देते हुए कहा, ‘‘सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। यदि प्रबंधन की भूमिका पाई गई तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।’’ ‘डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी’ का दर्जा वापस लेने की बार-बार मांग किये जाने पर मधुस्वामी ने कहा कि सदन में जो कुछ मांग की जा रही है उसे सरकार पूरा नहीं कर सकती।

अन्नादानी ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर और विश्वविद्यालय के ‘डीन’ को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए क्योंकि जब पूर्वाभ्यास किया जा रहा था, तब उन्हें नाटक के बारे में पता चल गया था।

जैन (डीम्ड-टू-बी) यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा एक कॉलेज समारोह में जिस प्रहसन (नाटक) का मंचन किया गया, उसमें आंबेडकर और दलितों की कथित तौर पर खिल्ली उड़ाने वाले आपत्तिजनक संदर्भ थे, जिसका हिस्सा सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया। इस सिलसिले में सात छात्रों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 

ये भी पढ़ें - IIT-बंबई के छात्र की मौत, जाति आधारित आरोपों की व्यापक जांच हो : आठवले

ताजा समाचार